उधम सिंह नगर (मोहम्मद यासीन) : महाराष्ट्र में अर्नव गोस्वामी की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए आज किच्छा के पत्रकारों ने तहसील परिसर में प्रदर्शन कर महामहिम राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन उप जिलाधिकारी विवेक प्रकाश को सौंपा है। ज्ञापन में पत्रकारों ने मांग की है कि जिस तरह पूरे देश में लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर लगातार अत्याचार हो रहे हैं। महाराष्ट्र सरकार द्वारा रिपब्लिक भारत न्यूज़ चैनल के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी को घर से गिरफ्तार करना और उन पर अत्याचार करना निंदनीय है। हम मांग करते हैं कि महाराष्ट्र सरकार को बर्खास्त किया जाए। महाराष्ट्र की सरकार द्वारा अभिव्यक्ति की आजादी को छीनने का काम कर रही है। जिस तरह आर भारत द्वारा लगातार महाराष्ट्र सरकार के काले चिट्ठी खोलने में लगी हुई है। सच उजागर होने पर महाराष्ट्र सरकार की किरकिरी हुई है उस से घबराकर सरकार ने पत्रकारिता को कुचलने का कुचक्र चक्रव्यूह रचा है, जिस तरह अर्णब गोस्वामी के साथ दुर्दांत अपराधी की तरह व्यवहार महाराष्ट्र सरकार की पुलिस द्वारा किया गया है वह देश में अघोषित आपातकाल का परिचय दे रहा है।
इससे पहले मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ बोलने पर फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत के कार्यालय को बीएमसी द्वारा बदले की भावना से कार्रवाई करते हुए ढहा दिया गया। उसके बाद शिवसेना द्वारा सेवानिवृत्त जल सेना के अफसर को घर से बुलाकर हमला कर घायल किया गया। यह निंदनीय लोकतंत्र की मर्यादा की धज्जियां उड़ाने वाले महाराष्ट्र सरकार को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर वहां पर राष्ट्रपति शासन लगा संविधान की रक्षा करें अपने आप को संविधान से ऊपर मानने वाली सरकार देश के संविधान के लिए घातक साबित हो सकती है।
इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार अशोक मदान, संदीप जुनेजा, मयंक त्यागी, सुरेंद्र खुराना, अब्दुल अली तन्हा, विकास दावड़ा, रंजीत सिंह मानकिया, भारत भूषण जोशी, नरेश जोशी, शिवम शर्मा, राज सक्सेना सुदर्शन मुंजाल, मनीष सिडाना, विशाल शर्मा, वेद प्रकाश यादव , आदि पत्रकार मौजूद थे।