डोईवाला-(जावेद हुसैन)- आज चीनी मिल के समस्त श्रमिक सगठनों के द्वारा सामूहिक रूप से मांग पत्र उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को प्रेषित किया। आज डोईवाला चीनी मिल के समस्त यूनियनों ने डोईवाला चीनी मिल के अधिशासी निदेशक मनमोहन सिंह रावत के माध्यम से एक ज्ञापन मांग पत्र प्रदेश के मुख्यमंत्री को प्रेषित किया।
चीनी मिल कर्मचारियों से सौतेला व्यवहार का आरोप
कर्मचारियों का आरोप है कि सरकार कर्मचारी विरोधी है। श्रमिक नेताओं का कहना है कि सरकार ने एक साल का कार्यकाल पूर्ण तो कर लिया है लेकिन चीनी मिल कर्मचारियों के साथ अभी भी सौतेला व्यवहार कर रही है.. मांग पत्र में श्रमिकों का कहना है कि चीनी मिल के कर्मचारियों की समस्याएं जस की तस पड़ी हुई है कर्मचारियों के बढ़े हुए वेतन मान का एरियर भुगतान,फरवरी माह में मिलने वाला कर्मचारियों का रिटेनिंग, मेडिकल बिल, ओवरटाइम, अवकाश नगदीकरण आदि कई समस्याएं महीनों से देय पड़ी है। जबकि सरकार द्वारा हाल ही में विधायकों व मंत्रियों के वेतन में 120 प्रतिशत की अप्रत्याशित बढ़ोतरी की है जो सामाजिक न्याय के विरुद्ध है, जबकि चीनी मिल का कर्मचारी पूर्ण रूप से मिल पर आश्रित है। कर्मचारियों में सरकार के प्रति भारी रोष वियाप्त है.
एक दिवसीय सांकेतिक धरने की चेतावनी
कर्मचारियो ने मांग पत्र में बताया कि अगर 4 अप्रैल 2018 तक उन्हें पिछले सभी देयों का भुगतान नहीं किया जाता है तो 5 अप्रेल 2018 को सुबह 10 बजे से डोईवाला चीनी मिल गेट के पास एक दिवसीय सांकेतिक धरने का आयोजन किया जाएगा, जिसकी पूर्णतः जिम्मेदारी उत्तराखण्ड सरकार की होगी।
चीनी मिल कर्मचारी करेंगे चुनाव का बहिष्कार
मांग पत्र में ये भी है कि अगर उसके बाद सरकार ने कर्मचारियो की मांगों को पूरा नहीं किया गया तो आने वाले नगर पालिका चुनाव में चीनी मिल कर्मचारी चुनाव का बहिष्कार, टूल डाउन, आमरण अनशन, इत्यादि को बाध्य होना पड़ेगा।
ज्ञापन देने वालो में श्रमिक नेता राम मिलन,अवदेश कुमार,गोपाल शर्मा, प्रताप वर्मा , सुभाष पाल, विजय शर्मा, कमल बहादुर, राकेश कोठारी, मदन मोहन बिल्जवांन, आदि कई कर्मचारी मौजूद थे।