ऊधमसिंह नगर जिले के खटीमा में फर्जी खसरा-खतौनी लगाकर धोखाधड़ी कर बैंक से 1.26 करोड़ का ऋण लेने वाले 15 लोगों के खिलाफ पुलिस ने विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। इस मामले में दो बैंक कर्मी पूर्व में ही निलंबित किए जा चुके हैं। फिलहाल पुलिस मामले की विवेचना में जुट गई है। ताकि इसमें लिप्त अन्य लोगों का पता चल सके।
भारतीय स्टेट बैंक की चकरपुर शाखा प्रबंधक अमित गर्ग ने पुलिस को दी तहरीर में बताया था कि उनकी शाखा से छह जुलाई 2016 से सात जनवरी 2017 के बीच क्षेत्र के विभिन्न गांवों के काश्तकारों ने 1.26 करोड़ का फसली ऋण लिया। बैंक कर्मियों द्वारा किए गए भौतिक सत्यापन में इस बात का खुलासा हुआ कि ऋण लेने वालों ने पहले ही अपनी जमीन बंधक बना रखी है। ऋण के एवज में बंधक बनाई गई भूमि किसी अन्य को बेची भी जा चुकी है।
इतना ही नहीं ऋण लेने वालों में से तीन के अलावा किसी अन्य ने बैंक की किश्त भी जमा नहीं की। बैंक प्रबंधक की तहरीर पर पुलिस ने अलग-अलग गांवों के 15 लोगों खिलाफ धारा 420, 463, 467, 468 के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
वहीं मामले को लेकर कोतवाल केसी भट्ट्ट ने बताया कि इस मामले में पूर्व में बैंक कर्मचारी डीके आर्या व मनीष पांडे निलंबित भी किए जा चुके है। उन्होंने कहा कि जो भी दोषी होगा उसके विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।