देहरादून : एक ओर जहां तीर्थ पुरोहित और विपक्ष त्रिवेंद्र सरकार के देवास्थानम बोर्ड के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं वहीं अब इस बोर्ड के खिलाफ सरकार के ही सांसद आ गए हैं।
ट्वीट कर किया ऐलान
जी हां राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने त्रिवेंद्र सरकार के चारधाम देवास्थानम बोर्ड को अवैध बताते हुए देवास्थानम बोर्ड के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर करने का ऐलान किया है। बता दें कि सुब्रमण्यम ने ये ऐलान ट्वीटर पर ट्वीट कर कहा है।
आईएएस को बनाया गया बोर्ड का सीईओ जो…
अपने ही सरकार के फैसले के खिलाफ जाते हुए राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने चारधाम बोर्ड को अवैध बताया औऱ कहा कि ये एक्ट लाने से पहले उनसे इस बारे में सरकार को बात करनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि इस बोर्ड का सीईओ एक आईएएस को बनाया गया है कि जो की मंदिर पूजा का विधि विधान नहीं जानता। उन्होंने देवास्थानम बोर्ड को सनातम धर्म के विरुद्ध बताते हुए सरकार से ये एक्ट वापस लेने की मांग की है। डॉ.सुब्रमण्यम स्वामी ने इस फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट में जाने की बात कही।
जाने माने वकील है सुब्रमण्यम स्वामी
बता दें कि डॉ.सुब्रमण्यम स्वामी एक भारतीय अर्थशास्त्री, सांख्यिकीविद और राजनेता के साथ-साथ जाने माने वकील हैं, जो भारतीय संसद के ऊपरी सदन, राज्यसभा में संसद सदस्य के रूप में कार्य कर रहे हैं। स्वामी ने भारत के योजना आयोग के सदस्य के रूप में कार्य किया है और चंद्र शेखर सरकार में कैबिनेट मंत्री थे। स्वामी जनता पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक थे। 1977 में जनता पार्टी के संस्थापक सदस्यों में रहे. उन्होंने 1990 में 2013 तक पार्टी की स्थापना के बाद से पार्टी की अध्यक्ष के रूप में कार्य किया जब उसका विलय भाजपा में हो गया। 1974 और 1999 के बीच वे पांच बार लोकसभा के लिए चुने गए।