देहरादून: बैंकों में देशव्यापी हड़ताल का असर उत्तराखंड में भी दिखाई दिया। सभी जिलों में बैंक बंद रहे और कामकाज पूरी तरह से ठप रहा। संघ के पदाधिकारियों की मानें तो एक दिन की हड़ताल से पूरे प्रदेश में करीब डेढ़ हजार करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित हुआ है। वहीं, हड़ताल के चलते एटीएम में भी नकदी संकट गहराने लगा है। महज दो प्रतिशत वेतन वृद्धि से नाखुश ऑल इंडिया बैंक इंप्लाइज यूनियन ने बुधवार को देशभर में हड़ताल की। हड़ताल के चलते बैंकों में कामकाज पूरी तरह से ठप रहा।
केंद्र सरकार-केंद्रीय बैंक प्रबंधन आइबीए मिलकर कर्मचारियों के हितों से खिलवाड़ कर रहे
उत्तरांचल बैंक इंप्लाइज यूनियन से जुड़े कर्मचारी सुबह 10 बजे के करीब परेड ग्राउंड में एकत्रित हुए। यहां से कर्मचारियों ने कनक चौक, गांधी पार्क, स्थानीय बस स्टैंड से लैंसडौन चौक होते हुए गांधी पार्क तक रैली निकालकर केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदेश संयोजक जगमोहन मेंदीरत्ता ने कहा कि केंद्र सरकार और केंद्रीय बैंक प्रबंधन आइबीए मिलकर कर्मचारियों के हितों से खिलवाड़ कर रहे हैं। मंगलवार को भी नई दिल्ली में वेतन वृद्धि समझौते को लेकर केंद्रीय श्रमायुक्त ने वार्ता बुलाई थी, लेकिन उसमें कोई हल नहीं निकला, जिसके चलते कर्मचारी हड़ताल पर अडिग रहे।
गुरुवार को दूसरे दिन भी हड़ताल जारी रहेगी
उन्होंने कहा कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आज गुरुवार को दूसरे दिन भी हड़ताल जारी रहेगी। केवल देहरादून की बात की जाए तो यहां एक दिन की हड़ताल से करीब 500 करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित हुआ है। कर्मचारियों के समर्थन में इंटक के प्रदेश अध्यक्ष हीरा सिंह बिष्ट, कर्मचारी नेता ठाकुर प्रह्लाद सिंह, रामचंद्र रतूड़ी, हरिओम रेखी, प्रमोद रंजन कुकरेती समेत बड़ी संख्या में कर्मचारी मौजूद रहे।
एटीएम में कैश का टोटा बैंकों में हड़ताल के चलते शहर के अधिकांश एटीएम में नकदी का संकट गहराने लगा है। कई एटीएम में गार्डो ने नो कैश का बोर्ड चस्पा कर दिया था। बैंक शाखा से जुड़े एटीएम में बुधवार को दिन ढलते-ढलते कैश खत्म होने लगा था। बुधवार को किसी भी एटीएम में कैश नहीं डाला गया.
बैंक अधिकारियों ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि दो दिन की हड़ताल के दौरान किसी भी एटीएम में कैश नहीं डाला जाएगा और न ही एटीएम में पैसा डालने वाली प्राइवेट एजेंसी को कैश दिया जाएगा।