मेयर की गिरफ्तारी की खबर मिलते ही उनके समर्थक कोतवाली पहुंचने लगे। 11 बजे तक कोतवाली के बाहर मेयर समर्थकों की भीड़ जमा होने लगी। पुलिस बल लगाकर गेट के अंदर समर्थकों का प्रवेश रोका गया।
इस बीच कलियर विधायक फुरकान अहमद, भगवानपुर विधायक ममता राकेश, कांग्रेस महानगर अध्यक्ष कलीम खान आदि कांग्रेसी कोतवाली पहुंचे और मेयर को कोतवाली से जमानत दिए जाने की मांग करने लगे। पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाया। कांग्रेसियों ने हंगामा शुरू कर दिया।
एसपी देहात मणिकांत मिश्रा का बयान
एसपी देहात मणिकांत मिश्रा ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज और मेडिकल आधार पर मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी की गई है। बाद में कांग्रेसियों की ओर से तहरीर दिए जाने की बात कही गई और हंगामा शांत हुआ।
पुलिस 12.20 बजे मेयर को कोतवाली से लेकर निकली। उन्हें पहले मेडिकल के लिए सिविल अस्पताल ले जाया गया। जैसे ही मेयर को लेकर पुलिस की गाड़ी आगे निकली उनके समर्थकों ने गाड़ी को घेर लिया। कुछ कांग्रेसी गाड़ी के आगे लेट गए। पुलिस ने बल प्रयोग कर समर्थकों को हटाया। मेयर को जैसे-तैसे कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट जाने के दोनों रास्तों के गेट बंद कर दिए। मेयर की गिरफ्तारी से लेकर उन्हें जेल भेजने तक पूरी कार्रवाई के दौरान पुलिस की सांस अटकी रही।