भवाली- उत्तराखण्ड राज्य ने अपनी 16 वर्ष की यात्रा में सहकारिता के साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं। राज्य की वार्षिक विकास दर राष्ट्रीय विकास दर से लगभग डेढ गुनी है। औद्योगिक विकास दर 16 प्रतिशत व सेवा क्षेत्र में 12 व कृषि विकास दर 5.5 प्रतिशत बनी हुई है। राज्य की प्रतिव्यक्ति आय एवं औसत आय तेजी से आगे बढ़ रही है, जो राष्ट्रीय औसत से लगभग दोगुनी है। ये बात राज्य के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उस वक्त कही जब वे भवाली में सहकारी समितियां, राज्य सहकारी बैंक, तथा जिला सहकारी बैंक के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित सहकारी कृषक महोत्सव का शुभारंभ कर रहे थे। इस मौके पर जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम ने सरकार की उपलब्धियां जनता के सामने रखी। सीएम ने कहा कि प्रदेश के किसानों को 4,41,341 लाख अल्पकालीन और मध्यकालीन ऋण 05 प्रतिशत की दर पर सहकारी सहभागिता योजना के अन्तर्गत उपलब्ध कराया गया है। साथ ही सहकारी समितियों में लगभग 01 लाख 07 हजार नये सदस्य भर्ती किये गये हैं। मूल्य समर्थन योजना के अन्तर्गत स्थानीय कृषकों से 111951 मीट्रिकटन गेहूं व 146565 मीट्रिकटन धान की खरीद की गयी। उन्होनें कहा कि कृषि उत्पादन को बढ़ाने के लिए प्रदेश की सहकारी समितियों के माध्यम से कृषकों को लगभग 04 लाख 36 हजार मीट्रिकटन यूरिया, 60 हजार मीट्रिकटन डीएपी, 01 लाख 08 हजार मीट्रिकटन एनपीके एवं 01 हजार 470 मीट्रिकटन एनओपी रासायनिक उर्वरक वितरण किया गया। उन्होनें कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिग सुविधाओं का विस्तार कर सहकारी समितियों में संचालित ग्रामीण बचत केन्द्रो के माध्यम से 46202 लाख की धनराशि जमा करायी गयी है। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं के प्रदर्शित उत्पादों एवं उनके कौशल की जमकर तारीफ की। समारोह के दौरान उनके साथ सहकारिता मंत्री यशपाल आर्य, विधायक सरिता आर्य, अध्यक्ष जिला पंचायत सुमित्रा प्रसाद, अध्यक्ष उत्तराखण्ड राज्य सहकारी बैंक संजीव आर्य भी मौजूद थे। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने सहकारिता विभाग की प्रकाशित स्वयं सहायता समूहों हेतु लघु व्यवसाय मार्गदर्शक पुस्तिका का भी विमोचन किया ।