देहरादून: राज्य स्थापना दिवस नौ नवंबर को मनाया जाएगा। इस बार सरकार ने खास तैयारी की है। राज्य बनने के बाद पहली बार त्रिवेंद्र राज में राज्य स्थापना दिवस के कार्यक्रम पूरी प्लानिंग से किये जा रहे हैं। छह दिनों तक चलने वाले इन कार्यक्रमों की अलग-अलग थीम है। इनमें राज्य की समस्याओं, राज्य के विकास और भविष्य की चिताओं पर मंथन किया जाएगा।
पहला कार्यक्रम-3 नवंबर, रैबार, स्थान-टिहरी झील
रैबार कार्यक्रम अपनेआप में खास है। इसके जरिए जहां पर्यटन को बढ़ावा देने का प्रयास किया जाएगा। वहीं, प्रवासी लोगों को रिवर्स पलायान का संदेश दिया जाएगा। टिहरी झील को विश्वस्तर पर नए साहसिक पर्यटन स्थल की पहचान दिलाने का प्रयास रहेगा। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत, यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ, एनएसए अजीत डोभाल, थल सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत, पूर्व डीजीएमओ लेफ्टिनेंट अनिल भट्ट, प्रधानमंत्री के सचिव भास्कर खुल्बे, एयर इंडिया के अध्यक्ष और एमडी अश्विनी लोहानी, केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक, रॉ के पूर्व प्रमुख अनिल धस्माना और हंस फाउंडेशन की माता मंगला को बुलावा भेजा गया है।
दूसरा कार्यक्रम-4 नवंबर, सैनिक सम्मेलन, स्थान-देहरादून
इसके जरिए सैनिक क्षेत्र में उत्तराखंड की भूमिका और योगदान पर चर्चा की जाएगी। साथ ही उत्तराखंड में सामरिक दृष्टि के संस्थानों को खोले जाने और सीमाओं की सुरक्षा पर भी बात होगी। सबसे महत्वपूर्ण यह है कि इस सैनिक सम्मेलन के जरिए सेना में युवाओं के लिए अवसरों पर भी फोकस किया जाएगा। साथ ही सम्मेलन में जरिए पूर्व सैनिकों, सैनिक आश्रितों और उनके परिवारों के लिए चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी जाएगी। कार्यक्रम देहरादून के होटल सरोवर पोर्टिको में किया जाएगा। इसकी थीम मेरे सैनिक-मेरा अभिमान रखा गया है।
तीसरा कार्यक्र-6 नवंबर, महिला सम्मेलन, स्थान-श्रीनगर
तीसरा कार्यक्रम महिला सम्मेलन होगा। महिला सम्मेलन में महिलाओं की समस्याओं और उनके समाधान पर ध्यान केंद्रित करते हुए चर्चा की जाएगी। इसका उद्देश्य महिलाओं के लिए प्रदेश में रोजगार समेत, महिला सुरक्षा और अन्य क्षेत्रों में अवसर तलाशना है। इस कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों की विशेषज्ञ महिलाओं को आमंत्रित किया गया है, जो महिलाओं के उत्थान के लिए योजनाएं बनाने के लिए अपने सुझाव देंगी। इन्हीं सुझावों के आधार पर महिलाओं के उत्थान और बेहतरी के लिए योजनाएं तैयार की जाएंगी।
चौथा कार्यक्रम-7 नवंबर, युवा सम्मेलन, अल्मोड़ा
चौथा कार्यक्रम युवाओं की थीम पर आधारित है। इस युवा सम्मेलन में युवा शामिल होंगे। कार्यक्रम की थीम मेरा युवा-मेरी शान रखा गया है। इसमें युवाओं के रोजगार के अवसर, स्वरोजगार समेत केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं से युवाओं को क्या लाभ हो सकते हैं। इस पर फोकस किया जाएगा। युवा सम्मेलन में युवाओं से जुड़े मसलों पर बात की जाएगी। साथ ही युवाओं के लिए रोजगार के अवसरों से जुड़ी जानकारियां भी दी जाएंगी। इसके जरिये सरकार युवाओं को राज्स की बेहतरी के लिए काम करने के लिए भी प्रेरित करेगी।
पांचवां कार्यक्रम-8 नवंबर, फिल्म कानक्लेव, मसूरी
प्रदेश सरकार ने पिछले कुछ दो सालों में फिल्म निर्माण पर बहुत फोकस किया है। फिल्म नीति को लचीला कर फिल्म निर्माओं को लुभाने का काम किया। उसका असर ये हुआ कि उत्तराखंड में फिल्म निर्माता लगातार इंट्रेस्ट दिखा रहे हैं। प्रदेश में अलग-अलग लोकेशंस पर कई फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है। इसको और विस्तार देने के लिए इस फिल्म कानक्लेव में चर्चा की जाएगी। साथ फिल्मों के लिए उत्तराखंड को और मुफीद कैसे बनाया जा सकता है। इनको लेकर भी फिल्म निर्माताओं और जानकारों से सुझाव लिए जाएंगे। कार्यक्रम मसूरी के होटल सवाय में किया जाएगा।
छठा और अंतिम कार्यक्रम-9 नवंबर, भारत-भारती उत्सव, स्थान देहरादून
यह राज्य स्थापना दिवस का अंतिम कार्यक्रम होगा। इसमें देश की कई बड़ी हस्तियां शामिल होंगी। जहां दिनभर कार्यक्रम में राज्य के विकास को लेकर चर्चा होगी। वहीं, रात को देश-दुनिया के प्रसिद्ध कवि डाॅ. कुमार विश्वास देशभक्ति कविताओं का पाठ करेंगे। इतना ही नहीं इस कार्यक्रम में देहरादून में पढ़ने वाले विभिन्न राज्यों के स्टूडेंट को भी शामिल किया जाएगा। उनको उत्तराखंड की लोक संस्कृति से रू-ब-रू कराया जाएगा। कार्यक्रम देहरादून के परेड़ ग्राउंड में आयोजित किया जाएगा, जिसमें देश की कई बड़ी नामी हस्तियां शामिल होंगी।