देहरादून: सत्ता की हनक क्या होती है ये अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने कल बिन अनुमति के जुलूस निकालकर साबित कर दिया। लेकिन, ये भी उतना ही सच है कि एक सख्त अधिकारी ने भी साबित कर दिया कि कानून से बड़ा कोई नहीं होता। एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने जुलूस निकालने पर कड़ी नाराजगी जताते हुए दर्जाधारी समेत 7 सौ से 800 छात्रों पर मुकदमा दर्ज करा दिया।
दर्जाधारी मंत्री जितेंद्र रावत मोनी समेत अन्य पर मुकदमा
पुलिस ने अभाविप प्रत्याशी सागर तोमर, दर्जाधारी मंत्री जितेंद्र रावत मोनी, भाजयुमो के महानगर अध्यक्ष श्याम पंत और सुनील थापा को नामजद करने के साथ 700-800 अज्ञात छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। डीएवी के छात्रसंघ चुनाव में अभाविप के प्रत्याशी सागर तोमर ने गुरुवार को शक्ति प्रदर्शन दिखाने के लिए प्रर्दशन किया। सीओ डालनवाला जया बलूनी ने प्रत्याशी सागर तोमर और अन्य छात्र नेताओं को बिना अनुमति के जुलूस न निकालने को कहा था, लेकिन सत्ता की हनक दिखाते हुए जुलूस निकाला गया।
दो टूक जुलूस निकाला तो हर हाल में मुकदमा
छात्र नेताओं ने एसएसपी अरुण मोहन जोशी से बात की तो उन्होंने दो टूक कहा कि जुलूस निकाला तो हर हालत में मुकदमा दर्ज होगा। सत्ताधारी दल से जुड़े कार्यकर्ताओं ने मनमानी करते हुए जुलूस निकाला। ढोल-नगाड़े और नारेबाजी के बीच ईसी रोड होते हुए डीएवी पीजी कॉलेज से जुलूस निकाला। एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने बिना अनुमति के जुलूस निकालने पर कड़ी नाराजगी जताई।
सीओ जया बलूनी को कार्रवाई के निर्देश
उन्होंने सीओ जया बलूनी को कार्रवाई के निर्देश दिए। करनपुर चैकी प्रभारी कोमल सिंह रावत की तरफ से बिना अनुमति के जुलूस निकालने के मामले में धारा-147, 283 और 342 के तहत डालनवाला थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया। मुकदमे में एबीपी के प्रत्याशी सागर तोमर, युवा कल्याण परिषद के उपाध्यक्ष (दर्जाधारी मंत्री), भाजयुमो के महानगर अध्यक्ष श्याम पंत समेत करीब 7 से आठ सौ छात्रों को आरोपी बनाया गया है।