देहरादून : सोनू सूद किसी तारीफ के मोहताज नहीं हैं। कोरोना काल में जो उन्होंने किया उसे आज पूरा देश और बच्चा-बच्चा जानता है। सोनू सूद सिर्फ हीरो नहीं बल्कि कई राज्यों के मजदूरों और लोगों के लिए मसीहा साबित हुए। आज पूरे देश में सोनू सूद की चर्चाएं है। सोनू सूद ऐसे पहले ऐक्टर हैं, जिन्होंने इस काम में अपना हाथ आगे बढ़ाया है और उन प्रवासी मजदूरों के लिए खाने-पीने की पूरी व्यवस्था के साथ बसों का इंतजाम कर उन्हें अपने-अपने घर की ओर रवाना कर रहे हैं।
मुंबई में फंसे उत्तराखंडियों के लिए मसीहा साबित हुए सोनू सूद
वहीं सोनू सूद मुंबई में फंसे उत्तराखंडियों के लिए मसीहा साबित हुए। जी हां सोनू सूद ने ना सिर्फ 55 उत्तराखंड प्रवासियों को अपने निजी खर्च से प्लेन के जरिए मुंबई से देहरादून भेजा बल्कि खुद उनको छोड़ने आए और ध्यान रखने को कहा। इतना ही नहीं मुंबई से वापस भेजे गए प्रवासियों को घर से एयरपोर्ट तक लाने के लिए बसों का इंतजाम भी सोनू सूद ने ही किया। इस दौरान लोगों ने सोनू सूद के साथ सेल्फियां ली।
सोनू सूद ने एयरलिफ्ट कर भेजा देहरादून
जानकारी मिली है कि जिन प्रवासियों को सोनू सूद ने एयरलिफ्ट कर भेजा है वो सभी बागेश्वर के रहने वाले हैं। वहीं कौथिग फाउंडेशन मुंबई में फंसे हजारों लोगों के खाने-पीने का इंतजाम कर रही है।