उत्तराखंड में अब तक की ऐतिहासिक सरकार है और अब तक की ऐतिहासिक घटनाएं भी हो रहीं हैं। इस बात में दो राय नहीं है कि सूबे में गैरकानूनी कारनामों का एक नया अध्याय लिखा जा रहा है और ये अध्याय लिखने के लिए मंत्री पिता के पुत्रों की जोड़ी पूरी तल्लीनता से काम कर रही है।
साहब सूबे के मंत्री हैं, वही मंत्री जो स्कूलों में सजन्नता, शीलता, इत्यादि के बारे में बताने की जिम्मेदारी तय करते हैं। साहब बेहद सख्त मिजाज हैं और व्यवस्था पर पूरी ‘पकड़’ रखते हैं कोशिश करते हैं कि राज्य के बच्चों को ‘अच्छी से अच्छी शिक्षा’ मिल सके। लेकिन लगता है कि मंत्री जी के इलाके में खुले स्कूलों में या तो शिक्षा अच्छी नहीं दी जा रही है या फिर बच्चे अच्छे स्कूलों तक पहुंच नहीं पा रहें हैं। फिर मामला तो यहां खुद ही मंत्री के बेटों का ही है।
मंत्री जी के दो बेटे हैं, बेटे तो नाम करते हैं, कर भी रहें हैं पर शायद ‘बद’ भी जोड़े दिए दे रहें हैं। फिलहाल मंत्री जी के छोटे बेटे की करतूत इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। साहब एक टोल प्लाजा से गुजर रहे थे। दिन दोपहरिया, खड़ा सूरज, छोटे नवाब की गाड़ी सरपट भागी जा रही थी तभी टोल प्लाजा आ गया। स्पीड ब्रेकर, बैरिकेड, टोल पर्ची। उफ्फ। न जाने किस सरकार ने ऐसी व्यवस्थाएं बनाईं कि बिना टोल दिए आप आगे नहीं बढ़ सकते। कम से कम मंत्री के नवाब सरीखे बेटों के लिए तो डेडिकेटेड लेन बननी ही चाहिए। फिर यहां तो चाचा नहीं पापा ही विधायक क्या मंत्री हैं हमारे। तो नवाब साहब को गाड़ी रोकनी पड़ गई और गर्मी में गुस्सा दिलाने का काम टोल प्लाजा वाले ने टोल टैक्स मांग कर दिया।
बस फिर क्या था। मंत्री जी के छोटे नवाब किसी तरह गाड़ी से उतरे और टोल प्लाजा वालों के सामने अपनी पूरी शिक्षा दीक्षा की डिग्री झटके में उड़ेल दी। मां बहन की जितनी गालियां वो सीख पाए थे उन्होंने उच्चारित कर दी। यही है तो हैं संस्कार। लेकिन पिक्चर अभी बाकी थी। साहब को पता था कि उनपर कोई एक्शन नहीं लिया जाएगा। लिहाजा पहले गाली, फिर धौंस, और फिर छुटभैए जैसे तेजी से गाड़ी को ले भागे।
तो इस तरह राज्य में भ्रष्टाचार मुक्त सुशासन वाले राजकाज का एक और यज्ञ संपन्न हुआ। वैसे छोटे नवाब ने टोल प्लाजा पर टैक्स न देकर तकरीबन 60-70 रुपए के एवज में पूरी शासन व्यवस्था की इज्जत को खूंटी पर टांग दिया। बड़े नवाब भी इससे पहले कई कारनामें कर चुके हैं। हालिया लोकसभा चुनावों में बड़े नवाब अपने पिता जी के सरकारी गनर को लेकर मतदान केंद्र पहुंच गए थे। किस्से कई और भी हैं…नवाबों के…पर फिलहाल इतना ही। वैसे खबर है कि वीडियो वायरल होने के बाद भी किसी सक्षम शख्स की हिम्मत नहीं हो सकी है कि नवाब साहब की शान में गुस्ताखी कर सके।
अब कहीं आप भी ये तो नहीं सोच रहें हैं कि भगवान बेटे दें तो नवाबों जैसे जो टोल प्लाजा पर गालियां दे सकें…..छोड़ दीजिए ये सोचना, सबके नसीब में ऐसे बेटे नहीं होते।
आप तो ये वीडियो देख कर काम चलाइए –