देहरादून- कहां तो इस मुल्क में तकनीक को सुदूर गांवों में पहुंचने की दलीलें दी जाती है और कहां आलम ये है कि निर्वाचन आयोग को ही अपने जारी आंकड़ों पर सफाई देनी पड़ जाती है। जिस दिन मतदान हुआ उस दिन निर्वाचन महकमें ने 68 फीसदी मतदान का ऐलान करते हुए इसके 70 फीसदी जाने तक की बात कही लेकिन जैसे-जैसे निर्वाचन आयोग और विशलेषण कर रहा है मतदान का प्रतिशत नीचे-नीचे जा रहा है। पांच दिन की माथापच्ची के बाद अब कहा जा रहा है कि राज्य में 69 सीटों पर 65.64 फीसदी मतदान ही हुआ है।
बहरहाल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कम मतदान को चुनाव आयोग के लिए चिंता का विषय करार दिया है। हालांकि इस बहाने किशोर ने पीएम मोदी को भी कटघरे मे खड़ा किया है। किशोर ने कहा कि जिन- जिन जिलों में पीएम मोदी ने रैली की उन-उन इलाकों में मतदान के प्रति जनता का रुझान कम रहा है।
देहरादून में प्रेसवार्ता करते हुए किशोर ने पोस्टल बैलेट को लेकर भी चुनाव आयोग से निवेदन किया है कि 15 फरवरी को पांच बजे तक प्राप्त मत पत्रों को ही मतों की गिनती में शामिल किया जाए। किशोर ने शक जताते हुए कहा कि उत्तराखंड जैसे छोटे राज्य मे एक-एक वोट से उम्मीदवार की तकदीर बदल जाती है और केंद्र सरकार सेना के पोस्टल मतों में घपला कर सकती है।