देहरादून- देश-दुनिया के तमाम रोजगारों में अपना सिक्का जमा चुकी आंग्लभाषा में अपने बच्चों को माहिर बनाने की ललक, अगर पहाड़ों से पलायन का एक बड़ा कारण है, तो मुमकिन है कि आने वाले वक्त में ऐसे पलायन पर रोक लग जाए।
जी हां, दरअसल देहरादून के कई नामी निजी स्कूलों के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से भेंट कर इस बारे में उनसे चर्चा की। बताया जा रहा है कि प्रतिनिधिमंडल ने गांव स्तर पर प्राइमरी स्कूल, ब्लॉक स्तर पर जूनियर हाईस्कूल और जिलास्तर पर 12 वीं तक प्राइवेट स्कूल खोलने का प्रस्ताव रखा है।
बताया जा रहा है कि सीएम त्रिवेंद्र रावत ने भी निजी स्कूलों के प्रतिनिधिमंडल को उनके प्रोजेक्ट में हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया है। तय है कि अगर वाकई में पहाड़ी क्षेत्र में निजी स्कूलों ने दिलचस्पी दिखाई तो मुमकिन है कि संसाधन संपन्न गांवों से तालीम के लिए होने वाला पलायन थम जाएगा।