ब्यूरो- केदारनाथ सीट पर शैलारानी रावत भाजपा की नैया पार लगांएगी या नहीं ये तो वक्त ही बताएगा फिलहाल केदारनाथ के चौक-चौराहों पर भाजपा के अजेंद्र अजय और आशा नौटियाल की ही चर्चा है। दरअसल आशा नौटियाल जहां दो बार की विधायक रह चुकी हैं वहीं अजेंद्र अजय भाजपा के मीडिया सह प्रभारी रह चुके हैं और मौजूदा वक्त में सूचना के अधिकार प्रकोष्ठ से जुड़े हैं। इन सबसे बड़ी बात ये है कि अजेंद्र अजय केदारनाथ आपदा प्रभावितों के हितों के लिए केदारनाथ संघर्ष समिति बनाकर क्षेत्र की जनता के बीच अपनी पैठ भी बना चुके थे। 18 मार्च से पहले तक केदारनाथ में भाजपा उम्मीदवारों के तौर पर सिर्फ दो नामों पर ही पार्टी का मंथन चल रहा था। माना जा रहा था कि इस बार आशा नौटियाल को दो बार विधायक बनाने वाली भाजपा केदारनाथ में इस बार अजेंद्र अजय को आजमाएगी। लेकिन परिस्थितियां बदल गई कांग्रेस के बागियों की आमद से भाजपा का नया चेहरा नया चरित्र सामने आया है। ऐसे में माना जा रहा है कि अजेंद्र अजय और आशा नौटियाल की नाराजगी केदारनाथ मे भाजपा को भारी पड़ सकती है। हालांकि आशा नौटियाल जहां अपनी नाराजगी को सार्वजनिक कर चुकी हैं वहीं अजेंद्र अजय ने अभी चुप्पी साधी हुई है। देखते हैं आगे होता है क्या ? बहरहाल माना जा रहा है कि केदारनाथ सीट पर भाजपा को ‘अ’ फैक्टर का असर दिख सकता है। मतलब ‘अ’ से अजेंद्र अजय ‘अ’ से आशा नौटियाल