देहरादून- राजनीति में दिलचस्पी रखने वालों की निगाहें आज शाम को टीवी पर टकटकी लगाए रहेंगी। उसकी वजह है कि आज शाम पांच बजे से कई चैनल पांच राज्यों के एग्जिट पोल दिखाएंगे। लेकिन बड़ा सवाल ये है कि क्या एग्जिट पोल सही साबित होते हैं? क्योंकि पिछले जितने एग्जिट पोल सामने आए उनके डंके की चोट वाले अनुमान या तो फेल हुए हैं या फिर मिले-जुले ही साबित हुए हैं।
पिछली दफे बिहार विधानसभा चुनाव में सारे चैनलों का एग्जिट पोल्स गलत साबित हुए। सभी एग्जिट पोल्स बिहार में एनडीए गठबंधन को बहुमत में दिखा रहे थे लेकिन जनादेश ने चैनल के एक्जिट पोल को बगलें झंकवा दी। 243 सीटों वाली बिहार विधानसभा में एबीपी-नील्सन सर्वे में महागठबंधन को 130 और एनडीए को 108 सीटें मिलने का अनुमान था। टाइम्स नाउ ने सी-वोटर के साथ दिए सर्वे में महागठबंधन को 122 और बीजेपी लीडरशिप वाले एनडीए को 111 सीटें दी थी। लेकिन ईवीएम के असल जनादेश जब आया तो महागठबंधन को 178 सीटों पर जीत मिली।
तमिलनाडु में भी यहीं हुआ, यहां ज्यादातर एग्जिट पोल्स ने फरमान सुनाया कि जयललिता की पार्टी AIADMK बुरी तरह हार रही है, लेकिन जब नतीजे सामने आए तो पूर्वानुमान धरे के धरे रहे गए। हालांकि पिछले साल असम, केरल, पुड्डुचेरी और पश्चिम बंगाल के लिए दिखाए गए एग्जिट पोल्स काफी हद तक सटीक साबित हुए थे।