उधम सिंह नगर (मोहम्मद यासीन) : उत्तराखण्ड के रुद्रपुर जिला अस्पताल में डेंग्यू मरीजों की संख्या बढ़ते ही मरीजों को जमीन पर रात गुजारने को मजबूर होना पड़ रहा है। आपातकाल की गंदगी ही मरीज को अलग से बिमारी देने को तैयार है।
उत्तराखण्ड में रुद्रपुर का सरकारी अस्पताल अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है, जिसकी बानगी जमीन पर लेटे मरीजों से लगाई जा सकती है। अस्पताल में बिस्तर नहीं होने से परेशान मरीज अपने बिस्तर की व्यवस्था खुद ही करने के लिए मजबूर हैं। यहां तीमारदार अपने अपने घरों से चारपाई लाकर उसपर अपने मरीजो को लेटा रहें हैं। एक तरफ जहां डेंगू लगातार अपने पांव पसार रहा है, वहीं उसकी रोकथाम में लगे स्वास्थ्य विभाग के दावों की कलई खुलती दिख रही है। जिला अस्पताल में हालात कुछ ऐसे हैं कि मरीजों के साथ साथ उनके तीमारदारों को भी अव्यवस्थाओं से रू-ब-रू होना पड़ रहा है। ओ.पी.डी.के अलावा इमरजेंसी में भी दर्जनों मरीज फर्श और बेंच पर लेटने को मजबूर हैं।
इतना ही नहीं जिला अस्पताल की सफाई व्यवस्था के हाल भी बुरे हैं। यहां पानी की व्यवस्था से लेकर सभी अन्य व्यवस्थाओं का हाल बुरा है। अस्पताल के शौचालय में कूड़े के ढेर लगे हैं। शौचालय में अस्पताल का कूड़ा फैंका जा रहा है, जिससे मरीजों को अस्पताल से ही बीमारियों का खतरा बना हुआ है