जोशीमठ- श्रीबदरीनाथ धाम के श्रद्धालुओं की राह मे अड़े हाथी पर्वत के मलबे को हटाने में बीआरओ को 27 घंटे लगे। 27 घंटे तक श्रद्धालुओं की खिदमत मे जुटे प्रशासन की सांसे अटकी रही। बहरहाल बीते बीआरओ की जवानों की मेहनत रंग लाई और यात्रा मार्ग खुल गया है।
गौरतलब है कि 19 तारीख शाम को तीन बजे के करीब विष्णुप्रयाग के पास हाथी पर्वत से मलबा गिरना शुरू हुआ था। मौके की नजाकत को भांपते हुए प्रशासन ने यात्रा वाहनों की आवाजाही रुकवा दी थी। उसके तकरीबन एक घंटे बाद हाथी पर्वत का एक बड़ा हिस्सा ऊपर से सड़क पर आ गिरा।
जिसके चलते सड़क पूरी तरह खत्म हो गई था। उसके बाद सड़क के दोनों ओर वाहनों की कतार लगनी शुरू हो गई। लेकिन प्रशासन ने तत्काल मुस्तैदी दिखाते हुए हालात की जानकारी तीर्थयात्रियो को दी और सभी को सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचा दिया।
सेना से लेकर स्थानीय प्रशासन ने यात्रियों को भरसक राहत देने की कोशिश की। उधर बीआरओ की टीम ने हाथी पर्वत के मलबे को हटाने और आवाजाही के लिए रास्ता बनाने में दिन-रात एक कर दिया। यात्रियों ने भी धैर्य बनाए रखा और प्रशासन ने रफ्तार। तब जाकर सामूहिक प्रयास से इस आपदा प्रबंधन में कामयाबी मिली।