सतपुली- पौड़ी जनपद के अंतर्गत शुक्रवार सुबह 23 वर्षीय अर्चना देवी पत्नी महेंद्र सिंह नेगी ग्राम बंठोली एकेश्वर निवासी को प्रसव पीड़ा होने पर निजी वाहन से संयुक्त चिकित्सालय सतपुली में भर्ती कराया गया। महिला को प्रसव पीड़ा बहुत तेज थी लेकिन सतपुली चिकित्सालय के चिकित्सकों ने महिला को कोटद्वार राजकीय बेस अस्पताल के लिए रैफर कर दिया। लाखों-करोड़ों की लागत से बना ये अस्पताल बस शोपीस बनकर रह गया है औऱ इनमें मौजूद अधिकारी-कर्मचारी मोटी तनख्वाह ले रहे हैं.
108 में दिया बच्चे को जन्म
चिकित्सकों का कहना था कि महिला का ब्लड प्रेशर ज्यादा बढ़ा हुआ है। 108 सेवा जयहरीखाल गर्भवती महिला को लेकर कोटद्वार जा रही थी। महिला ने गुमखाल में करीब साढ़े 10 बजे नवजात शिशु को जन्म दिया। महिला और शिशु को लैंसडौन चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है।
महेन्द्र सिंह नेगी की माँ विमला देवी ने बताया कि प्रसव पीड़ा तेज होने के कारण अर्चना को 108 सेवा में ही बच्चे को जन्म देना पड़ा, भगवान का शुक्र रहा की कोई अनहोनी घटना नहीं हुई। उन्होंने कहा कि चिंता का विषय है कि करोड़ों की लागत से बने सतपुली अस्पताल में कोई सुविधा नहीं है।