आइजोल : देशभर के हर कोने से कोई न कोई अलग तस्वीर नजर आती है। हर दिन कुछ ना कुछ अलग तरह की चीजें और बातें सुनने को मिलती रहती हैं। लेकिन, क्या आपने कभी कल्पना भी की है कि देश में ऐसा ही भी राज्य है, जहां के शहर में दुकानों पर दुकानदार नहीं रहते। इसके बाद भी उन दुकानों से ग्राहक सामान खरीदीते हैं। शायद आपको यकीन नहीं होगा। इस बारे में कम ही लोग जानते होंगे, लेकिन यह पूरी तरह सच है।
भारत के उत्तर पूर्वी राज्य मिजोरम के शेलिंग में आपको बिना दुकानदारों वाली कई दुकानें मिल जाएंगी। यह दुकानें ज्यादातर राजमार्गों पर स्थित हैं। इन दुकानों में कुछ ना कुद खरीदने के लिए तो मिलेगा ही, लेकिन जो सबसे बड़ी और खास बात है। वह यह है कि यहां से आपको बड़ा और महत्वपूर्ण सबक भी सीखने को मिलता है। राज्य की राजधानी आइजोल से कुछ घंटों की दूरी पर एक शहर है शेलिंग।
शेलिंग का स्थानीय समुदाय एक अनोखी और बेहतरीन परंपरा का पालन करता है। इसे श्नगहा लो डावर संस्कृति कहते हैं। इस परंपरा के तहत बिना दुकानदारों की मौजूदगी के दुकानें खोली जाती हैं। सोशल मीडिया पर इस परंपरा की वीडियो और तस्वीरें देखने को मिल जाती है। दुकानदार दुकानें खोलते हैं और उसमें पैसों के लिए एक डिब्बा रख देते हैं। ये दुकानें विश्वास के सिद्धांत पर चलती हैं। लोग जो चाहें वे ले सकें और पैसों को डिब्बे में डाल दें।