बेटियों का हर ओर बोल-बाला है। फिर चाहे वो पुलिस अधिकारी के रुप में हो या आईएएस के रुप में या खेल के मैदान में या वर्दी पहनकर देश की रक्षा करने में…बेटियां लड़कों सो पछाड़ते हुए आगे निकल रही हैं। उनमे से एक नाम है वाराणसी की बेटी शिवांगी सिंह का जो लड़ाकू राफेल विमान उड़ाने वाली पहली महिला पायलट बन गई हैं. जी हां काशी की रहने वाली लेफ्टिनेंट शिवांगी सिंह को राफेल की पहली महिला पायलट के रूप में चुना गया है। देश को और परिवार को उनपर गर्व है कि एक बेटी देश की सबसे ताकतवर राफेल पर बैठकर देश के दुश्मनों को खदेड़ेगी।
वायुसेना में फ्लाइट लेफ्टिनेंट के पद पर तैनात हैं शिवांगी
आपको बता दें कि शिवांगी को देश के सबसे ताकतवर और बाहुबली राफेल विमान उड़ाने की जिम्मेदारी मिली है. शिवांगी के परिवार में खुशी का माहौल है। मां-पिता का सीना गर्व से चौड़ा हो गया है कि उनकी बेटी राफेल उड़ाएगी। पूरे क्षेत्र में शिवांगी की चर्चा हो रही है। शिवांगी फिलहाल वायुसेना में फ्लाइट लेफ्टिनेंट के पद पर हैं, इससे पहले वह मिग-21 उड़ा चुकी हैं अब राफेल उड़ाने के लिए अंबाला एयरफोर्स स्टेशन में उनकी ट्रेनिंग शुरू हो चुकी है।
वायु सेना में फाइटर विमान उड़ाने वाली पांच महिला पायलटों में शामिल हुई थीं शिवांगी
आपको बता दें कि अंबाला एयरफोर्स स्टेशन में राफेल स्क्वॉड्रन की तैनाती हुई है। शिवांगी ने अभिनंदन वर्धमान के साथ भी काम किया है, जिन्होंने पिछले साल फरवरी में मिग-21 बाइसन से पाकिस्तानी एफ-16 को मार गिराया था। शिवांगी 2017 में वायु सेना में फाइटर विमान उड़ाने वाली पांच महिला पायलटों में शामिल हुई थीं। उस समय भी शिवांगी और उनके परिवार का खुशी का ठिकाना नहीं रहा था।
नाना से मिली प्रेरेणा
शिवांगी सिंह को फाइटर पायलट बनने का जुनून उनके कर्नल रह चुके नाना से मिला था. साल 2015 में ये सपना तब पूरा हुआ, जब भारतीय वायुसेना में उनका सेलेक्शन फ्लाइंग अफसर के रूप में हुआ था. वाराणसी की रहने वाली फ्लाइट लेफ्टिनेंट शिवांगी सिंह इस वक्त राजस्थान एयरबेस में तैनात हैं और अभी मिग 21 लड़ाकू विमान उड़ाती हैं. शिवांगी के पिता टूर एंड ट्रेवल्स कंपनी
BHU से हुई शिवांगी सिंह की पढ़ाई
बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU) से पढ़ी-लिखीं फ्लाइट लेफ्टिनेंट शिवांगी सिंह महिला पायलटों के दूसरे बैच की हिस्सा हैं जिनकी कमिशनिंग 2017 में हुई। भारतीय वायुसेना के पास फाइटर प्लेन उड़ाने वाली 10 महिला पायलट हैं जो सुपरसोनिक जेट्स उड़ाने की कठिन ट्रेनिंग से गुजरी हैं। एक पायलट को ट्रेनिंग पर 15 करोड़ रुपये का खर्च आता है।