जम्मू कश्मीर के हंदवाड़ा में रविवार को आतंकियों से लोहा लेते हुए दो अफसर सहित पांच जवान शहीद हो गए। आतंकियों का खात्मा करने के लिए सेना ने संयुक्त ऑपरेशन चलाया था जो की कई घंटों तल चला। इसमे दो आतंकी ढेर कर दिए गए। लेकिन देश को भारी नुकसान हुआ। इस ऑपरेशन में भारतीय सेना के कर्नल आशुतोष शर्मा, मेजर अनुज सूद, लांसनायक दिनेश सिंह, नायक राजेश और जम्मू कश्मीर पुलिस केउपनिरीक्षक शकील काजी शहीद हो गए। मुठभेड़ में शहीद हुए मेजर अनुज सूद की शहादत की खबर जैसे उनके परिजनों को लगी तो घर में कोहराम मच गया। अनुज के माता-पिता और पत्नी का रो-रो कर बुरा हाल है।
चार महीने पहले हुए थी शादी
जानकारी मिली है कि मेजर अनुज की 4 महीने पहले शादी हुई थी। आंखों में आंसूल लिए शहीद मेजर अनुज सूद के पिता (रिटायर्ड) ब्रिगेडियर चंद्रकांत सूद ने एएनआई से कहा कि मेरे बेटे मेजर ने सर्वोच्य बलिदान दिया है। उसने अपना फर्ज निभाया। शहादत उसकी ड्यूटी का हिस्सा है। मैं उसकी पत्नी के लिए दुखी हूं क्योंकि 3-4 महीने पहले ही वह दुल्हन बन कर इस घर में आई थी।
शहीद मेजर की छोटी बहन भी सेना में
ब्रिगेडियर (रिटायर) सीके सूद ने एएनआई को बताया कि मुझे देश के इस बेटे पर गर्व है। पूरे देश को उस पर गर्व है। वह तीन दिन पहले से एक ऑपरेशन पर था यानि एक मई से। हमारी अंतिम बार व्हाट्स ऐप पर बाचतीत हुई थी और तीन दिन पहले फोन पर बात हुई थी। वह हमेशा से ही बहादुर रहा और मोर्चे पर जाकर आतंकियों को सफाया करने में आगे रहा। जो सीओ उसके साथ शहीद हुए हैं वो भी बहुत बहादुर थे। ऐसे वीर जवानों को भारत रत्न ना मिले कम से कम अशोक चक्र तो मिलना ही चाहिए। जानकारी मिली है कि शहीद मेजर की छोटी बहन भी सेना में है।