प्रदेश सरकार द्वारा गैरहाजिर डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो रही है। प्रदेश के 13 जिलों में 109 डॉक्टर बिना अनुमति के अनुपस्थित चल रहे हैं। जिनकी अब सेवाएं समाप्त करने के लिए अंतिम नोटिस जारी करने की प्रक्रिया चल रही है।
राज्य के दूरस्थ इलाकों के स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टरों की कमी से मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, विभाग में 109 डॉक्टर ऐसे हैं, जो लंबे समय से गैरहाजिर चल रहे हैं। शासन अब इन डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर सेवाएं समाप्त करने जा रहा है।
गौरतलब है कि स्वास्थ्य विभाग के ढांचे में डॉक्टरों के 2856 पद स्वीकृत हैं। जिसमें वर्तमान में 1924 पदों पर डॉक्टर तैनात हैं जबकि 588 पदों पर संविदा और बांडधारी डॉक्टर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। वहीं 13 जिलों में 109 डॉक्टर बिना अनुमति के अनुपस्थित चल रहे हैं। ये डॉक्टर निजी अस्पतालों में सेवाएं दे रहे हैं या अपना क्लीनिक चला रहे हैं। शासन की ओर से इनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए सेवाएं समाप्त करने की प्रक्रिया जारी कर दी गई है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक विभाग की फाइलों में डॉक्टरों की तैनाती है लेकिन अस्पतालों से नदारद हैं। अब सरकार द्वारा अनुपस्थित डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए कदम उठा लिए गए हैं। इस मामले में सचिव स्वास्थ्य डॉ. आर.राजेश कुमार के मुताबिक विभाग ने प्रदेश भर में कार्यरत डॉक्टरों का डाटा तैयार किया है। इसमें 109 डॉक्टर लंबे समय से अनुपस्थित चल रहे हैं। इन डॉक्टरों को अंतिम नोटिस जारी किया जाएगा। इसके बाद उनकी सेवाएं समाप्त की जाएगी। प्रदेश में विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी को दूर करने के लिए सरकार ज्यादा वेतन देने को तैयार हैं। इसके अलावा संविदा के आधार पर भी डॉक्टरों की नियुक्ति की जा रही है।