दरअसल, नारी निकेतन में रखी गई मूक बधिर संवासिनी से दुष्कर्म का मामला सामने आया था। ये वारदात अक्टूबर 2015 की है, जब सफाई कर्मी गुरुदास, होमगार्ड ललित बिष्ट और केयर टेकर हाशिम ने अलग दिनों में दुष्कर्म किया था। नवंबर 2015 में संवासिनी के साथ हुए यौन शोषण का खुलासा हुआ, तो प्रशासनिक अमले से लेकर सरकार तक में हड़कंप मच गया।
इसे लेकर नारी निकेतन के सामने काफी हंगामा हुआ और विपक्षी दलों के साथ ही अन्य संगठनों ने सरकार की नाक में दम कर दिया। तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने 24 नवंबर 2015 को इस मामले की विस्तृत जांच के लिए तत्कालीन एसपी सिटी अजय सिंह की अगुवाई में एसआइटी गठित की गई थी।