लाॅकडाउन के कारण इन दिनों सभी लोग घरों में हैं। बच्चे स्कूल और टीचर से दूर हैं। ऐसे में बच्चों, स्कूल और टीचरों के साथ बात करते रहना जरूरी है। इस वक्त बच्चों को यह बताना चाहिए कि टीचर की बात माननी चाहिए। बच्चों के साथ स्कूल जैसे अनुशासन की जरूरत है।
रोज माउंट संस्थान के निदेशक डाॅ. मधुकर का कहना है कि कोई भी आपके बच्चे का दुश्मन नहीं होता। बच्चों को सही राह दिखाने के लिए ही टीचर बच्चों को डांटते हैं। इन दिनों लाॅकडाउन के दौरान बच्चों को जो भी होमवर्क दिया जा रहा है। अगर आपके समझ में नहीं आ रहा है, तो उसके लिए तुरंत स्कूल टीचर को फोन करें और उसके बारे में बातकर जानकारी जुटाएं।
उन्होंने कहा कि ऐसे वक्त में टीचर और परिवार के बीच एक अच्छा रिलेशन होने जरूरी है। हमारे लिए जितने महत्वपूर्ण घर के रिश्ते हैं। उतने ही महत्वपूर्ण स्कूल के संबंध भी हैं। बच्चों को ये बताना चाहिए कि उनको स्कूल जाना ही होगा। इसके लिए उनको अपना काम पूरा करना चाहिए। स्कूल जो भी सलाह देता है। उनकी सलाह माननी चाहिए।