रुड़की: आरटीओ दफ्तर हमेशा से ही घूसखोरी के लिए बदनाम रहे हैं। ऐसा नजारा रुड़की आरटीओ दफ्तर में नजर आया। यहां एक कर्मचारी पहले खुलेआम घूस लेता पकड़ा गया, लेकिन जब उसे इस बात की भनक लगी कि उसकी वीडियो बन गई है, तो घूस में लिए 900 रुपये वापस करने लगा। इतना ही नहीं रुड़की आरटीओ दफ्तर में दस्तावेजों के ढेर के बीच एक कर्मचारी सिगरेट जलाता हुआ भी नजर आ रहा है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि आरटीओ दफ्तर में किस तरह जंगलराज चल रहा है।
ताजा मामला उस वक्त सामने आया जब एक व्यक्ति को कुछ कागज अपने नाम कराने थे, जिसकी एवज में एआरटीओ के खासमखास अधिकारी ने उससे नौ सौ रुपये की रिश्वत की मांग की। कर्मचारी पैसे लेते हुए कैमरे में कैद भी हो गया। उससे जब इस बारे में पूछ गया, तो उसका कहना था कि रुपये वापस कर दिए हैं। साथ ही यह भी कहा कि उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता।
पीड़ित ग्रामीण के अनुसार दोनों पार्टी होने के बावजूद गाड़ी नाम करने के लिए उनसे नौ सौ रुपये की मांग की थी, जिसके बाद उक्त व्यक्ति ने पैसे देते हुए अधिकारी की वीडियो बना ली। जब आरटीओ कर्मचारी को शक हुआ कि उसकी वीडियो बन रही है तो वह पैसे वापस करने उसके पीछे-पीछे बाहर तक आ गया। आरोप लगाया कि रिश्वत के पैसे न देने के कारण पिछले काफी समय से कर्मचारी ने उसका काम रोक रखा था।