देहरादून- आंदोलन की उपज उत्तराखंड को अपने 16 साल के सफर मे सियासत ने क्या दिया इस बात का लेखा-जोखा रखती है हमारी ये खास पेशकश- “उत्तराखंड का सफरनामा”। आज छठी किश्त में आप देखेंगे कि इन सोलह सालों में हमने सियासत को क्या दिया और बदले मे राजनीति ने हमें क्या दिया। हम खुशहाली की उम्मीदों के साथ वोटों के बीज बोते रहे लेकिन सियासत की उर्वरा शक्ति ने पहाड़ और मैदान के जनमानस उसकी उम्मीदों के मुताबिक नतीजे नहीं दिए। सियासत जनमुद्दों के बजाए अपने हितों पर ज्यादा उलझी रही।