देहरादून : बीते दिनों एक्टर सोनू सूद ने मुंबई में फंसे उत्तराखंड प्रवासियों को फ्लाइट से देहरादून भेजा। वहीं सीएम ने फोन कर सोनू सूद क धन्यवाद कहा और उत्तराखंड आने का न्यौता दिया। वहीं लोगों ने सवाल खड़े किए कि जो काम उत्तराखंड सरकार को अपने लोगों के लिए करना चाहिए था वो काम सोनू सूद ने किया। लोगों ने सरकार को फटकार लगाई।
मंत्री आदित्य ठाकरे ने लिया ट्वीट का संज्ञान
वहीं सोशल मीडिया पर एक संगठन से जुड़ी एक युवती ने पोस्ट कर जानकारी दी की मुंबई में अभी भी ढाई हजार के करीब उत्तराखंड प्रवासी फंसे हैं। जिसका संज्ञान महाराष्ट्र के मंत्री आदित्य ठाकरे ने लिया और सभी प्रवासियों को मदद का आश्वासन दिया। वहीं खबर है कि इसके लिए आदित्य ने कुछ लोग नियुक्त भी कर दिए हैं।
प्रवासियों को उत्तराखंड भेजने की मुहिम में जुटी एक टीम
बता दें कि पिछले दो महीने से प्रवासियों को उत्तराखंड भेजने की मुहिम में जुटी एक टीम की प्रमुख श्वेता मासीवाल के अनुसार सभी की सूची तैयार हो चुकी है। लेकिन ढाई हजार श्रमिकों को उत्तराखंड उनके घर अपने दम पर भेजना उनके बस की बात नहीं है।इसके लिए टीम ने सोनू सूद और त्रिवेंद्र सरकार से बात की। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार लेकिन इसका सकारात्मक जवाब सरकार की ओर से नहीं मिला।
युवती ने त्रिवेंद्र सरकार समेत अमित शाह और ठाकरे से लगाई थी मदद की गुहार
आपको बता दें कि 7 जून को स्वयं सेवी संस्था से जुड़ी युवती ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, उत्तराखंड और महाराष्ट्र के सीएम के साथ ही महाराष्ट्र के मंत्री आदित्य ठाकरे को इस बारे ट्वीट कर जानकारी दी थी और मदद मांगी थी। लेकिन त्रिवेंद्र सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं आया। वहीं युवती के ट्वीट का आदित्य ठाकरे ने संज्ञान लिया और रि-ट्वीट किया। जानकारी दी कि इनकी मदद के लिए राहुल कंनल को लगाया गया है। श्वेता के मुताबिक कंनल से उनसे फोन पर पूरी जानकारी ली और जल्द ही उत्तराखंडी प्रवासियों की मदद का आश्वासन दिया है।
वहीं लोगों में सरकार के रवैये को लेकर नाराजगी है कि सरकार ने उनकी सुध नहीं ली।