देहरादून: मौसम की मार लगातार पड़ रही है। पहाड़ों पर हुई बर्फबारी का असर मैदानी जिलों में देखने को मिल रहा है। पाला पड़ने के कारण ठंड में और इजाफा हो गया है। मौसम विभाग के अलावा धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भी मौसम सर्द होने वाला है। ऐसी एक संयोग ग्रहों का होता है, जिसे चिल्ला कहा जाता है, जिसकी शुरूआत एक दिन पहले 30 दिसंबर को हो चुकी है। उसका असर अगले कुछ दिनों में देखने को मिल सकता है।
सौर मास गणना के अनुसार ठंड का यह दौर हेमंत और शिशिर के मिलन तक जारी रहेगा। सूर्य को धनु राशि में गए 15 दिन हो जाने पर पौष मास में प्रारंभ होने वाला यह चिल्ला 8 फरवरी तक लगा रहेगा। चिल्ले के इन 40 दिनों में गुड़, तिल और अग्नि से जुड़े अनेक पर्व पड़ रहे हैं।
भारतीय चिल्ले का प्रचलन उत्तर भारत के कई राज्यों में है। खासकर किसानों के रोजाना के काम चिल्ले के हिसाब से काफी बदल जाती है। सूर्य प्रत्येक मास एक नई राशि में प्रवेश करते हैं। धनु राशि में सूर्य के 15 और मकर राशि में 25 दिन मिलाकर 40 दिनों का चिल्ला बनता है।
धनु राशि में सूर्य के 15 दिन 14 जनवरी को पूरे होंगे। उस दिन भगवान सूर्यनारायण मकर राशि में प्रविष्ठ होकर उत्तरायण हो जाएंगे। उसी दिन से सूर्य का ताप तिलतिल बढ़ने लगेगा। चिल्ले के समापन के बाद भी यद्यपि ठंड बनी रहेगी, अलबत्ता कोहरा, ढूंढ और शीतलहर समाप्त हो जाएंगे।