नैनीताल- शिक्षकों की प्रदेश व्यापी हड़ताल का असर सब जगह दिखाई दिया । लालकुंआ में तमाम सरकारी स्कूलों में ताला लटके रहे। जबकि इलाके के एकमात्र राजकीय इंटर कालेज में पठन-पाठन गेस्ट टीर्चस के भंरोसे रहा। मेहमान अध्यापकों ने कई कक्षाओं के बच्चों को एकसाथ बैठाकर पढ़ाया ।
हड़ताल कब खत्म होगी फिलहाल पता नही है। बहरहाल अध्यापकों के न आने से बच्चों में भी खासी निराशा है। बच्चों को डर सता रहा है कि कहीं अध्यापकों की हड़ताल का असर उनकी परीक्षा पर न पड़े। काश इस पीड़ा को कोई समझ सके। दरअसल इस पहाड़ी राज्य में सरकारी शिक्षा और स्वास्थ्य दोनों पटरी से उतरे हुए हैं। डॉक्टर सरकारी सेवा में दिलचस्पी लेना मुनासिब नहीं समझते जबकि अध्यापक सरकार से नाराज रहते हैं। जिसका खामियाज सूबे की निर्दोष जनता लंबे अर्से से भुगत रही है