हरिद्वार : तीर्थ नगरी हरिद्वार से एक बड़ा फ्रॉड का मामला सामने आया है जिसमें मुख्य आरोपी एसबीआई बैंक का कैसियर है। इससे बड़ी हैरान कर देने वाली बात यह है कि आरोपी ने खुद कोर्ट में आकर खुद का सरेंडर किया है।
पुलिस जानकारी मिली है कि एसबीआई के केशियर ने एफडी के नाम पर पौने दो करोड़ का लोगों को चूना लगाया। इस ठगी का डेढ़ सौ लोग शिकार हुए हैं। वहीं इहके बाद देहरादून की विजिलेंस कोर्ट में आरोपी बैंककर्मी ने सरेंडर किया। जबकि दूसरे आरोपी को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।आरोपी गैरी टंडन का शिवालिक नगर में टाइल्स का व्यवसाय है।
बता दें कि बीते साल 2018 में यह लालढांग की स्टेट बैंक की शाखा में गबन का मामला सामने आया था जिसमें आरोपी ने डेढ़ सौ से भी ज्यादा लोगों से रकम इकट्ठी की थी जोकि करीबन पौने दो करोड़ पर बताई जा रही है और वही आरोपी स्टेट बैंक की लालढांग शाखा में कैशियर था।
बैंक प्रबंधक हर्ष तिवारी ने इस संबंध में कैशियर रहे विभोर चंद्र के खिलाफ श्यामपुर थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। बैंक प्रबंधन ने कैशियर को निलंबित करते हुए भेल में कार्यालय में अटैच कर दिया था। इधर आरोपी बैंककर्मी को बिना साक्ष्य गिरफ़्तारी पर स्टे मिल गया था। बैंककर्मी विभोर चंद्र की करतूत का खुलासा एक ग्राहक के बैंक पहुंचने पर हुआ। दरअसल, एक ग्राहक जब अपनी एफडी तुड़वाने पहुंचा, उस दिन विभोर चंद्र छुट्टी पर था। वह फिर बैंक मैनेजर से मिला। बैंक मैनेजर ने पाया कि उस ग्राहक की तो एफडी ही नहीं थी। संदेह होने पर उसने बैंक के आला अफसरान को जानकारी दी। विभागीय जांच हुई तब बैंककर्मी का गबन पकड़ा गया।