नई दिल्ली: लोग त्योहारी सीजन में बैंक से लेकर हर तरफ छूट की उम्मीद करते हैं, लेकिन एसबीआई इस त्योहारी सीजन से अपने ग्राहकों को एक बड़ा झटका देने की तैयारी कर चुका है। बचत और एफडी खातों पर ब्याज दर कम करने के बाद बैंक ने कहा है कि वो होम लोन लेने वाले ग्राहकों से प्रोसेसिंग फीस वसूलेगा। इससे फेस्टिव सीजन में लोन लेने वाले ग्राहकों को ज्यादा पैसा देना होगा।
बैंक ने एक आंतरिक सर्कुलर जारी करते हुए कहा है फेस्टिव सीजन में प्रोसेसिंग फीस को माफ करने का ऑफर 16 अक्तूबर से समाप्त हो जाएगा। हालांकि 15 अक्तूबर तक जिन लोगों के लोन प्रोसेस हो जाएंगे, उनसे बैंक प्रोसेसिंग फीस नहीं लेगा। 16 अक्तूबर से 31 दिसंबर के बीच प्रोसेस होने वाले लोन पर बैंक फीस वसूलेगा।
इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, बैंक ने कहा है कि होम लोन ग्राहकों, होम लोन के टॉप-अप प्लान और कंपनियों व बिल्डर्स को दिए जाने वाले लोन पर प्रोसेसिंग फीस लागू होगी। बैंक एक जुलाई 2019 से अपने सभी तरह के लोन को रेपो रेट से लिंक कर चुका है। इससे पहले भी बैंक सबसे कम ब्याज पर लोगों को लोन दे रहा था। इस फैसले के बाद आरबीआई दो बार रेपो रेट में गिरावट कर चुका है।
बैंक ने रेपो रेट से अपने लोन को लिंक करने के बाद एक सॉफ्टवेयर लॉन्च किया था, जिसे एक अगस्त को वापस ले लिया गया था। आंतरिक बातचीत के बाद बैंक ने अन्य शुल्क को लगाने का फैसला किया और फिर एक अक्तूबर से रेपो रेट से लिंक रेट को दोबारा से लागू कर दिया। बैंक ने कहा है कि लोन लेने वाले ग्राहकों से 0.4 फीसदी प्रोसेसिंग फीस वसूली जाएगी। यह शुल्क 10 हजार रुपये से लेकर 30 हजार रुपये होगा। बिल्डर को पांच हजार रुपये का फ्लैट चार्ज देना होगा।