राजस्थान, भरतपुर जिले के बरौली ब्राह्मण गांव के 22 साल के वीर सौरभ कटारा कुपवाड़ा में हुए बम ब्लास्ट में 23 दिसंबर शहीद हुए थे जिनकी अस्थियां आज हरिद्वार के हर की पैड़ी में विसर्जित की गई।
शहादत के दो दिन बाद था जन्मदिन
बता दें कि शहीद फौजी सौरभ कटारा की 8 दिसम्बर को शादी हुई थी। शादी के 15 दिन बाद ही उनकी शहादत की खबर घर पहुंची। वो 23 दिसंबर को शहीद हो गए। शहादत के दो दिन बाद 25 दिसंबर को उनका जन्म दिन था। जिसके लिए शहीद की पत्नी पूनम 25 दिसम्बर को पति सौरभ कटारा का जन्मदिन मनाने के लिए एक दिन पहले ही मायके से ससुराल आई थी। लेकिन किसे पता था कि वो फिर नई नवेली दुल्हन और परिवार को कभी मिल नहीं सकेंगे और मिलेगी तो सिर्फ उनकी शहादत की खबर। इस खबर से शहीद की पत्नी पूनम व परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था।
चालक के पद पर भर्ती हुए थे सौरभ, अस्थियां हर की पैड़ी में विसर्जित
बता दें कि सौरभ कटारा तीन वर्ष पूर्व सेना में चालक के पद पर भर्ती हुए थे। इसी 8 दिसंबर को उनकी शादी मथुरा के जाजमपट्टी रसूलपुर निवासी उदयराम शर्मा की पुत्री पूनम के साथ हुई थी। जानकारी अनुसार सौरभ व उसके बड़े भाई की 8 दिसंबर को भी दो सगी बहनों के साथ शादी हुई थी। जिसके बाद छुट्टी पूरी कर 5 दिन पहले ही गांव से नौकरी पर कुपवाड़ा गया था। वहीं आज सौरक्ष की अस्थियां गंगा में हरिद्वार हरकी पैड़ी में विसर्जित की गई।
गहलोत ने लिखा की
भरतपुर के बहादुर सैनिक की शहादत को सलाम। सौरभ कटारा जिन्होंने जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में सर्वोच्च बलिदान दिया। हम सभी इस सबसे कठिन समय में अपने परिवार के सदस्यों के साथ खड़े हैं। भगवान उन्हें शक्ति दे।