डेस्क- लगता है सूबे के हैवीवेट मंत्री सतपाल की सोच पर सरकार काम करने जा रही है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत भी विकास के लिए समान काम करने वाले महकमों को मर्ज करने के पक्ष में हैं। सीएम रावत ने तो कृषि और उद्यान विभाग के मुलाजिमो को फरमान भी सुना दिया है कि, वे अपने आपको इस फैसले के लिए तैयार रखें। यानि तय है कि, कभी भी कृषि और उद्यान महकमे को मर्ज किया जा सकता है।
वहीं राज्य के पर्यटन सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम की माने तो “राज्य में पर्यटन के विकास के लिए एकीकरण जरूरी है। इस बार एकीकरण को विस्तृत रूप देते हुए गढ़वाल मंडल और कुमांऊ मंडल विकास निगम को पर्यटन विकास परिषद में मर्ज करने पर विचार किया जा रहा है ”
गौरतलब है कि इससे पहले सूबे के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने भी समान प्रकृति वाले महकमों को विलय करने की पैरवी की थी। महाराज नें राज्य में पानी की समस्या से परेशान जनता को राहत देने के लिए पेयजल निगम और जल संस्थान को मर्ज करने की हिमायत की थी।