आज कारगिल दिवस है, आज से १७ साल पहले पाकिस्तान फ़ौज ने जब घुसपैठ के बहाने छदम युद्ध हिंदुस्तान पैर थोप दिया था तो दुश्मन को मुंह तोड़ जवाब देने के लिए गढ़वाल रेजिमेंट, कुमायूं रेजिमेंट के साथ गोरखा रेजिमेंट कंधे से कन्धा मिलाकर रणभूमि मे दुश्मनों के छक्के छुड़ा रहे थे। जहाँ दुश्मनों को हर मोर्चे पर मुंहकी कहानी पड़ रही थी तो वहीँ हमारे वीर जवानों के साथ उत्तराखंड के सपूत भी दुश्मनों के दाँत खट्टे कर रहे थे। देश के तमाम रणबांकुरो के साथ उत्तराखंड के जांबाज सपूतों ने भी अपनी सर्वोच्च क़ुरबानी देते हुए देश के लिए जान न्योछावर कर दी। खबर उत्तराखण्ड देश के शहीदों के साथ उत्तराखंड के सपूत शहीदों को शत शत नमन करता है। जय हिन्द जय उत्तराखण्ड