देहरादून : राज्य की उत्तराखंड पुलिस और बाहर से मंगाई गई फोर्स के साथ और अहम योगदान के कारण ही लोकसभा चुनाव के लिए मतदान प्रक्रिया और मतगणना प्रक्रिया शातिंपूर्वक सम्पन्न हो पायी. बात करें उत्तराखंड पुलिस की तो पुलिस कर्मियों ने ड्यूटी से पहले अपना मत का प्रयोग कर अपनी जिम्मेदारी तो निभाई ही साथ ही ड्यूटी में तैनात रहकर वर्दी का फर्ज भी निभाया. मतदान और मतगणना के दौरान पुलिस कर्मियों ने अहम योगदान तो दिया ही साथ ही खुद भी अपने मत का बढ़चढ़ कर प्रयोग किया. आम जनता के साथ पुलिस कर्मचारी और अधिकारी भी मत का प्रयोग करने में पीछे नहीं रहे बल्कि उन्होंने मतदान और वर्दी का फर्ज एक जैसा समझते हुए एक नागरिक का जो कर्तव्य था उसे पूरा किया.
उत्तराखंड पुलिस कर्मियों ने किया पोस्टल बैलट से रिकॉर्ड मतदान
आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव-2019 में उत्तराखंड पुलिस कर्मियों ने पोस्टल बैलट से रिकॉर्ड मतदान किया है। प्रदेश भर में कुल 17,361 पुलिसकर्मियों ने पोस्टल बैलट व इलेक्शन ड्यूटी सर्टिफिकेट से मतदान किया है।
डीजी अशोक कुमार का बयान
डीजी अशोक कुमार ने बताया कि लोकसभा चुनाव-2019 में प्रदेश में निष्पक्ष एवं शान्तिपूर्ण चुनाव के लिए कुल 20396 पुलिस कर्मियों को निर्वाचन ड्यूटी में नियुक्त किया गया था, जिसमें से कुल 17,361 पुलिसकर्मियों ने पोस्टल बैलट व ईडीसी से मतदान का प्रयोग किया…जो कुल 85.12% है। साल 2017 विधानसभा चुनाव में कुल 18,589 पुलिस कर्मियों को चुनाव ड्यूटी में नियुक्त किया गया था, जिसमें से 12,575 (67.65%) पुलिसकर्मियों ने मतदान किया था। इस बार पुलिस मुख्यालय ने चुनाव शुरू होने से पहले ही पोस्टल बैलट को अभियान की तरह शुरू कराया था ताकि चुनाव ड्यूटी पर रहने वाले ज्यादा से ज्यादा पुलिसकर्मी अपने मत का प्रयोग कर सकें।