देहरादून : पहाड़ के बेटे और दुबई में रह रहे समाज सेवी रोशन रतूड़ी की हिम्मत और मेहनत से आज देवभूमि के बेटे का शव दुबई से दिल्ली लाया गया, जहां से शव एम्बुलेंस के जरिए ऋषिकेश लाया जाएगा औऱ वहीं पहाड़ के बेटे कमलेश भट्ट का अतिंम संस्कार किया जाएगा. बता दें कि परिवार ने सभी तैयारियां ऋषिकेश घाट में पूरी कर ली है।
शव लेने से किया इंकार,शव वापस भेजा था
जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले भी दुबई में रह रहे सामजिक कार्यकर्ता रोशन रतूड़ी ने अपने दम पर 23 अप्रैल को दुबई के आबूधाबी एयरपोर्ट से टिहरी के बेटे का शव भारत भेजा था लेकिन दिल्ली एयरपोर्ट में अधिकारियों ने शव लेने से इंकार कर दिया और शव वापस लौटा दिया था जिससे कमलेश के माता-पिता का दिल टूट सा गया अतिंम बार वो अपने बेटे को देखने को तरस गए। लेकिन सलाम है पहाड़ के बेटे रोशन रतूड़ी को जिन्होंने देश प्रेम और देवभूमि के लोगों के प्रति प्रेम दिखाते हुए साबित किया कि वो देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी भारत के लोगों के लिए हमेशा साथ खड़े हैं। उन्होंने फेसबुक पर जमकर भड़ास निकाली और सरकार को कोसा. जिसके बाद सरकार जागी और हामी भरी।
एम्बुलेंस के जरिए शव को ऋषिकेश लाया गया
आपको बता दें कि रोशन रतूड़ी के प्रयास से टिहरी के कमलेश भट्ट का शव देर रात दिल्ली पहुंचा, जहां से एम्बुलेंस के जरिए शव को ऋषिकेश लाया जा रहा है औऱ वहीं कमलेश का अंतिम संस्कार होगा। बता दें कि दुबई से विमान के जरिये कमलेश और उसी के साथ पंजाब और केरल के अन्य दो लोगों के शव को भी दिल्ली लाया गया। खबर है कि एयरपोर्ट ऑथोरिटी ने कमलेश के परिजनों को इस बात की सूचना देते हुए दिल्ली बुलाया है।
आपको बता दें कि कमलेश भट्ट टिहरी गढ़वाल के सेमवाल गांव के रहने वाले थे। उनकी मौत को संदिग्ध माना गया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि कमलेश भट्ट की मौत हार्ट अटैक की वजह से उनकी मौत हुई। कमलेश भट्ट आबू धाबी में नौकरी करते थे और हार्ट अटैक से उनकी मौत हुई। परिजन बेटे के शव के लिए तरस गए। रोशन रतूड़ी ने काफी कोशिश की लेकिन दिल्ली एयरपोर्ट से लौटा दिया गया। वहीं परिजनों की आस टूट गए. लेकिन रोशन रतूड़ी ने हार नहीं मानी। रोशन रतूड़ी ने फेसबुक के जरिए भड़ास निकाली औऱ हाईकोर्ट ने


