काशीपुर: तीन तलाक के खिलाफ संघर्ष को लेकर सुर्खियों में आई उत्तराखंड के काशीपुर की रहने वाली सायरा बानो एक बार फिर चर्चा में है। मुंबई के फिल्म निर्माता नितिन कुमार उनकी जिंदगी पर बायोपिक बनाने जा रहे हैं। इस फिल्म की तैयारी को लेकर सायरा बानो अपने पिता इकबाल अहमद के साथ मुंबई के लिए रवाना हो गई हैं। सायरा बानो ने बताया कि फिल्म का नाम सायरा होगा और फिल्म में मुख्य किरदार के लिए फिल्म अभिनेत्री विद्या वालन और तब्बू से बातचीत चल रही है।
तीन तलाक़ खिलाफ आवाज
उत्तराखंड के काशीपुर की रहने वाली सायरा बानो का निकाह 2002 में इलाहाबाद के रिजवान अहमद से हुई थी। ससुराल वालों की दहेज प्रताड़ना, फिर पति के तलाक देने के बाद शायरा बानो कोर्ट पहुंचीं। आरोप था कि पति ने सायरा बानो को लगातार नशीली दवाएं देकर याददाश्त कमजोर कर दी और 2015 में मायके भेज दिया और फिर चिट्ठी में तीन तलाक दे दिया था। सायरा बानो ने मार्च, 2016 में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करके तीन तलाक, हलाला निकाह और बहु-विवाह की व्यवस्था को असंवैधानिक घोषित किए जाने की मांग की थी।
मुस्लिम पर्सनल लॉ (शरीयत) कानून को चुनौती
सायरा ने मुस्लिम पर्सनल लॉ (शरीयत) एप्लीकेशन कानून 1937 की धारा 2 की संवैधानिकता को चुनौती दी। कोर्ट में दाखिल याचिका में सायरा ने कहा कि मुस्लिम महिलाओं के हाथ बंधे होते हैं और उन पर तलाक की तलवार लटकती रहती है। पति के पास निर्विवाद रूप से अधिकार होते हैं। भेदभाव और असमानता एकतरफा तीन बार तलाक के तौर पर सामने आती है। सायरा की पिटीशन पर बेंच ने तीन तलाक को असंवैधानिक करार दिया।
सुप्रीम कोर्ट ने तीन तलाक को गैरकानूनी करार दिया
सुप्रीम कोर्ट ने तीन तलाक को गैरकानूनी करार दिया था और इस पर सरकार को कानून बनाने को कहा है जिसके बाद भारतीय संसद में जब ट्रिपल तलाक बिल पेश हुआ तो लोकसभा में तो यह बिल पास हो गया लेकिन, राज्यसभा में इसे रोक दिया गया, जिसके बाद सरकार ने अध्यादेश जारी कर इसे राष्ट्रपति के पास भेजा और उन्होंने इस बिल पर हस्ताक्षर कर दिए। भारतीय मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक को रोकने के लिए बहुत लंबा इंतजार करना पड़ा, जबकि दुनिया के तमाम देशों में काफी पहले से ही तीन तलाक पर बैन लग चुका है।
सायरा बानो से पहले शाह बानो
सायरा बानो से पहले शाह बानो ने तीन तलाक के खिलाफ आवाज उठाई थी। उन्होंने तलाक के बाद भरण-पोषण का केस भी फाइल किया था। लेकिन सायरा बानो ने तीन तलाक को ही कोर्ट में चैलेंज किया। उनको दुनियाभर से मुस्लिम महिलाओं का साथ मिला और सुप्रीम कोर्ट में जीत हासिल की। अब तीन तलाक असंवैधानिक हो चुका है। तीन तलाक के खिलाफ कानून भी बन चुका है। सायरा के संघर्ष ने कई मुस्लिम महिलाओं को तीन तला, हलाला और बहुविवाह से मुक्ति दिलाई।
मुस्लिम महिलाओं के लिए नजीर
तीन तलाक को लेकर संघर्ष करने वाली शायरा बानो करोड़ों मुस्लिम महिलाओं के लिए नजीर बन गई है। ऐसे में कुछ दिन पूर्व मुंबई के फिल्म निर्माता नितिन कुमार ने शायरा बानो के पिता से सम्पर्क किया और उनकी जिंदगी पर बायोपिक बनाने को कहा। जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है। शायरा इसी फिल्म की तैयारियों को लेकर मुंबई रवाना हो गई है