गंगा की अविरलता और निर्मलता के लिए 100 दिनों से अधिक दिनों तक अनशन करने वाले स्वामी सानंद की मौत के बाद अब एम्स ऋषिकेश और स्थानीय प्रशासन सवालों के घेरे में है। संतों ने स्वामी सानंद की हत्या का सनसनीखेज आरोप लगाया है। मातृ सदन के प्रमुख स्वामी शिवानंद ने साफ तौर पर हत्या का आरोप लगाया है। स्वामी शिवानंद ने ये आरोप स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों और एम्स के अधिकारियों पर लगाया है।
स्वामी शिवानंद ने इस बात पर हैरानी जताई है कि स्वामी सानंद 100 दिनों से अधिक समय तक अनशन करते रहे और बिल्कुल ठीक रहे और अस्पताल जाते ही उनकी मौत हो गई। स्वामी शिवानंद की माने तो ये समझ से परे है।
वहीं स्वामी सानंद के गुरु स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने भी कुछ ऐसे ही आरोप लगाए हैं। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा है कि स्वामी सानंद का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। गंगा को अविरल बना कर ही रुकेंगे।
वहीं इस मसले पर सियासत भी शुरु हो गई है। राहुल गांधी ने इस मसले पर ट्वीट कर केंद्र सरकार को घेरने की कोशिश की है। तो वहीं उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने भी राज्य सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाया है। हालांकि राज्य सरकार ने इस मौत को स्वाभाविक करार दिया है।