हरिद्वार : गंगा रक्षा के लिए स्वामी स्व. सानंद के समर्थन में 116 दिनों से अनशन कर रहे संत गोपालदास ऋषिकेश एम्स से डिस्चार्ज होकर मातृ सदन पहुंचे। जहां उन्होंने फिर से अनशन शुरु किया औऱ अपनी देह त्यागने के लिए संथारा साधना का एलान किया। उन्होंने कहा कि वे ये सब अपनी इच्छा से कर रहे हैं.
बुधवार से अनिश्चितकालीन मौन साधना की घोषणा
संत गोपालदास ने साथ ही बुधवार से अनिश्चितकालीन मौन साधना की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि एम्स में स्वामी सानंद की प्राकृतिक मौत नहीं हुई और एम्स उनके जीवन के लिए भी सुरक्षित नहीं है। वहीं, मातृ सदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद ने कहा कि वे गोपालदास से संथारा साधना के दौरान जल न त्यागने की अपील करेंगे।
एम्स से डिस्चार्ज होने के बाद मंगलवार को एक लेखपाल के साथ संत गोपालदास मातृ सदन पहुंचे। यहां पत्रकारों से वार्ता के दौरान संत गोपालदास ने आरोप लगाया कि एम्स के चिकित्साधीक्षक ने उन पर दबाव बनाकर यह बुलवाने की कोशिश की कि मातृ सदन या कोई अन्य संत उन्हें जबरन अनशन पर बैठा रहा है।