रुड़की : मरीज को लेकर अस्पताल पहुंचे तीमारदार को अस्पताल प्रशासन की बड़ी लापरवाही का सामना करना पड़ा। करीब एक घण्टे तक तीमारदार स्ट्रेचर के लिए भटकता रहा तो मरीज ईलाज के बिना तड़पती रही। मीडिया के मौके पर पहुंचने के बाद अस्पताल कर्मचारियों ने स्ट्रेचर दिया तब जाकर महिला का उपचार हो पाया।
रुड़की सिविल अस्पताल में आज एक युवक ने उस समय हंगामा खड़ा कर दिया जब अस्पताल कर्मचारियों द्वारा उसे इधर से उधर भटकाया गया। नदीम नाम का युवक अपनी रिश्तेदार मुजरहिम को लेकर हड्डी रोग विशेषज्ञ के पास सुबह 10:30 बजे पट्टी और जांच करवाने आया था। उनका विगत 14 जून को इसी अस्पताल में ऑपरेशन हुआ था। अस्पताल आने के बाद नदीम ने ओपीडी से स्ट्रेचर मांगा तो वहां कर्मचारियों ने ट्रामा सेंटर जाने की बात कही। इसके बाद ट्रामा सेंटर पहुंचे नदीम को जरनल वार्ड और फिर डिलवरी रूम भेजा गया। करीब इधर से उधर एक घण्टे तक भटकने के बाद नदीम ने मीडिया कर्मियों को फोन किया। मौके पर मीडिया का कैमरा देखकर कर्मचारियों का व्यवहार पूरी तरह बदल गया औऱ तुरंत नदीम को स्ट्रेचर उपलब्ध करवाया। अब सवाल यही खड़ा होता है कि अस्पताल प्रशासन क्यों इस प्रकार से मरीजों को परेशान करता है….