लॉकडाउन जारी होने के बाद कई परिवार ऐसे हैं जिनके सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। इस प्रकार के परिवारों तक दो समय का भोजन पहुंचाने की जिम्मेदारी उठायी रुड़की के इन नौजवानों ने।
रूडकी के रामनगर में इन नौजवानों ने संभाला मोर्चा
लॉकडाउन जारी होने के बाद से ही इन युवाओं की टीम ने अपनी किचन शुरू कर दी थी जिसके बाद से लगातार रोजाना यह युवा निरन्तर ऐसे परिवारों तक खाना पहुंचा रहे हैं जो रोजमर्रा की कमाई करके अपना घर चलाते थे और लॉकडाउन के बाद इनकी वो कमाई भी बन्द हो गयी। रूडकी के रामनगर में इन नौजवानों की रसोई में पिछले 38 दिनों से सैकड़ों लोगों के लिए खाना बनता है और उसके बाद यह युवाओं की टीम घर घर जाकर खाना पहुंचाकर आती हैं।
इस आपदा की घड़ी में कोई भूखा न सोए-युवा
इन युवाओं का कहना है कि उनका प्रयास है कि इस आपदा की घड़ी में कोई भूखा न सोए। उन्होंने देश की जनता से अपील करते हुए कहा कि देश के प्रधानमंत्री ने इस महामारी बीमारी से देश को बचाने के लिए जो लॉक डाउन करके बड़ा कदम उठाया है उसका सभी देशवासियों को पालन करना चाहिए ताकि इस भयानक बीमारी से हमारा देश आसानी से जंग जीत सके।