रुड़की : यूपी एटीएस ने रुड़की पुलिस की मदद से खालिस्तान लिबरेशन फोर्स के शीर्ष नेता के दाहिने हाथ को हथियार सप्लाई करने वाले एक सप्लायर को गिरफ्तार किया है। पिछले एक साल से गिरफ्तार आरोपी आशीष मलिक अपनी पहचान बदलकर अपनी रिश्ते की बहन के यहाँ रह रहा था। शुरुआती पूछताछ में आरोपी आशीष मलिक ने कई चौकाने वाले राज उगले हैं।
पुलिस से थी अच्छी दोस्ती, कई जगह गया दबिश पर
बता दें कि इस आतंकवादी आशीष की पुलिस से अच्छी बनती थी. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अगर गंगनहर कोतवाली पुलिस कहीं बाहर दबिश देने जाती थी तो हथियार सप्लायर आशीष कार ड्राइवर होता था। इतना ही नहीं, वह गंगनहर कोतवाली के पुलिस वालों और उनके परिवारों को रुड़की से देहरादून छोड़ने तक आता जाता था। सिपाही से लेकर दरोगा तक से उसके नजदीकी रिश्ते थे।
खालिस्तान लिबरेशन फोर्स के शीर्ष नेता का दाहिना हाथ है गुगनी
गौरतलब है कि खालिस्तान लिबरेशन फोर्स के शीर्ष नेता हरमीत सिंह उर्फ हैप्पी पीएचडी के खास दाहिने हाथ गुगनी ग्रेवाल को उसकी डिमांड के अनुसार हथियार सप्लाई करने वाले आरोपी आशीष को उत्तरप्रदेश की यूपी एटीएस और पंजाब पुलिस ने रुड़की पुलिस की मदद से सिविल लाइन कोतवाली क्षेत्र से उसकी मौसी के घर से गिरफ्तार किया है।
आरोपी की पहचान आशीष कुमार पुत्र रामवीर सिंह थाना जानी जिला मेरठ के रूप में हुई है गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में आरोपी ने बताया कि पूर्व में वो पंजाब में अवैध शराब की सप्लाई करते हुए गिरफ्तार हुए था उसके बाद आरोपी को डोडा पाउडर बेचने के आरोप में 10 साल की सजा भी हुई थी जिसमे वो 2014 से जमानत पर बाहर आया था। उसकी दौरान जेल में रहते हुए ही उनकी पहचान गुगनी ग्रेवाल से हुई थी, जिसके बाद दोनों में गहरी दोस्ती भी हो गयी थी। गिरफ्तारी के बाद आरोपी आशीष को पंजाब पुलिस अपने साथ लेकर चली गयी है।
पंजाब पुलिस आरोपी को अपने साथ लेकर पंजाब रवाना
वहीं पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पंजाब पुलिस आरोपी को अपने साथ लेकर पंजाब रवाना हो गयी है। साथ ही साथ रुड़की की खुफिया विभाग भी आरोपी के बारे में जानकारी जुटाने में लग गयी है कि आरोपी आशीष रूड़की में रहकर किन किन लोगों के संपर्क में था और यहाँ रहकर क्या काम या षडयंत्र रच रहा था।