रुड़की की मंगलौर नगरपालिका परिषद की बड़ी लापरवाही ने एक सफाई कर्मी की जान ले ली है जिसके बाद परिजनों में कोहराम मच गया है। हालांकि मौके पर पहुंची पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
आपको बता दें कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए रुड़की की मंगलौर नगर पालिका परिषद का सफाईकर्मी क्षेत्र में कीटनाशक दवाओं का छिड़काव कर रहा था। उसी दौरान संदिग्ध अवस्था में उसकी हालत बिगड़ गई जिसके बाद उसे रुड़की सिविल अस्पताल लाया गया जहां डॉक्टरों ने सफाई कर्मी को मृत घोषित कर दिया जिसके बाद परिजनों में बड़ा कोहराम मच गया है।
परिजनों का आरोप है कि नगर पालिका परिषद ने मृत युवक को मास्क, हाथों के लिए दस्ताने नहीं दिए थे जिसकी वजह से कीटनाशक दवाई का शिकार होने से उनके बेटे की मौत हुई है। अस्पताल पहुँची मंगलौर पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवा दिया है और पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू कर दी है
वहीँ मंगलौर कोतवाली प्रभारी प्रदीप चौहान ने बताया कि सफाई कर्मी की कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करते समय संदिग्ध परिस्थितियों में हालत बिगड़ी थी जिसके बाद युवक को रुड़की अस्पताल लाया गया है जंहा उसकी मौत हो गई है। वहीँ नगर पालिका परिषद के ईओ शाहिद अली अपनी लापरवाही से पल्ला झाड़ते हुए नजर आए उन्होंने बताया कि सभी सफाई कर्मियों को मास्क और हाथों में पहनने के लिए दस्ताने दिए जाते है और इस सफाई कर्मी की कैसे मौत हुई वो पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद ही मालूम पड़ेगा।