देहरादून- जम्मू कश्मीर में आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हुए जवान विकास गुरुंग की अंतिम यात्रा उनके आवास गुमानीवाला गांव से निकाली गई। इस दौरान भारी जन सैलाब उमड़ पड़ा। इस दौरान हर आँख नम हो गई। भाव पूर्ण माहौल में नम आँखों के साथ सबने देश के लिए प्राणों की आहुति देने वाले शहीद के लिए नारे लगते हुए श्रद्धांजलि दी।
बता दें की सोमवार सुबह जम्मू कश्मीर के नौशेरा सेक्टर में पाकिस्तानी सेना के हमले में शहीद हुए ऋषिकेश के सैनिक विकास गुरुंग को श्रद्धांजलि देते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि 21 वर्ष की अल्प आयु में विकास गुरुंग जैसे जवान ने जो अपनी शहादत दी है, वह व्यर्थ नहीं जाएगी। इसके बाद गुमानीवाला गांव से शहीद की अंतिम यात्रा शुरू हुई। श्यामपुर हरिद्वार मार्ग से होते हुए पूर्णानंद घाट मुनि की रेती के लिए यह अंतिम यात्रा निकली।
अंतिम यात्रा मार्ग पर पड़ने वाले सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान शोक स्वरूप बंद रखे गए
बता दें कि यात्रा में भारी भीड़ शामिल हुई। विकास की शहादत को लेकर लोग नारे लगाते रहे। इस दौरान नगर में जगह-जगह नागरिक शहीद के अंतिम दर्शन को सड़क किनारे लोग नजर आए। हर आँख नम दिखाई दी। अंतिम यात्रा मार्ग पर पड़ने वाले सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान शोक स्वरूप बंद रखे गए।
ऐसे वीर सैनिकों के कारण ही आज देश सुरक्षित है और हम आजादी की सांस ले रहे हैं- सीएम
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने शहीद को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि ऐसे वीर सैनिकों के कारण ही आज देश सुरक्षित है और हम आजादी की सांस ले रहे हैं। कहा कि विकास के पिता पूर्व सैनिक रहे हैं। उनका भाई सेना में है। इस पूरे परिवार ने देश की खातिर सेना में सेवा कर के उत्तराखंड और देश का मान बढ़ाया है। विकास जैसे सैनिक की कुर्बानी को हमेशा याद रखा जाएगा।