देहरादून के थाना कोतवाली थाना क्षेत्र में किराए के मकान में रह रहे राहुल को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में समूह ग के पद पर नौकरी दिलाने के नाम पर 9 लाख की ठगी की गई। पीड़ित राहुल ने थाना कोतवाली में दी तहरीर। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।
ये है पूरा मामला
मामला थाना कोतवाली थाना क्षेत्र में निवासी चमोली राहुल पिछले कुछ सालों से देहरादून में किराए के मकान में रहकर कोचिंग ले कर रहा है। इसी दौरान राहुल की मुलाकात पुरुषोत्तम बनवाल निवासी जिला पंचायत कॉलोनी, गोपेश्वर जनपद चमोली से हुई।पुरुषोत्तम ने राहुल को बताया कि उसकी माता जिला पंचायत गोपेश्वर में बाबू के पद पर नियुक्त है ओर उनकी उच्चाधिकारियों से अच्छी जान पहचान है।साथ पुरुषोत्तम ने राहुल की सरकारी नौकरी लगवा भी देगा।
पहचान दिखाने के लिए कई बार ले गया युवक को सचिवालय
इस बीच पुरुषोत्तम ने राहुल को बड़े बड़े लोगों से जान पहचान दिखाना शरू कर दिया और बड़े-बड़े होटलों में कई लोगों से मिलवाया, जो अपने आपको अधिकारी बताते थे और कई बार राहुल को लेकर सचिवालय भी गया। जहाँ वह मुझे बाहर गाड़ी में इंतज़ार करने के लिए कहता था। बड़े लोगो से जान पहचान देख कर राहुल सरकारी नौकरी के लालच में उसकी बातों में आ गया।
ऋषिकेश एम्स में समूह ग के पद पर नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी
इस दौरान पुरुषोत्तम द्वारा राहुल को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में समूह ग के पद पर नौकरी लगाने की बात कही ओर उसके एवज में 9 लाख की धनराशि की मांग की गई। राहुल ने अपने घर वालों व रिश्तेदारों से पैसे लेकर अलग- अलग समय पर पुरषोत्तम को दे दिए।
9 लाख रुपये ठगे
थाना कोतवाली के प्रभारी एसएस नेगी ने बताया कि चमोली निवासी राहुल ने पुरुषोत्तम को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में समूह ग पद पर नोकरी दिलाने के नाम पर 9 लाख रुपए दिए थे लेकिन जब राहुल नियुक्ति पत्र को लेकर गया तो वहां विभागीय अधिकारियों द्वारा नियुक्ति पत्र को फर्जी बता कर वापस भेज दिया गया था।
राहुल ने जब अपने रुपये मांगने की कोशिश की तो पुरुषोत्तम ने रुपए देने से वापस करने से इंकार कर दिया।राहुल की दी गई तहरीर के आधार पर थाना कोतवाली नगर में संबंधित धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर दिया गया है। पुलिस जांच के दौरान ही आगे की कार्यवाही करेगी।