बदरीनाथ हाईवे कभी भी लंबे समय के लिए बंद हो सकता है। लामबगड़ में जिस स्थान पर लामबगढ़ में भूस्खलन हो रहा है। उस जगह पर पहाड़ी पर बड़ी दरार पड़ गई है। प्रशासन ने लामबगड़ पहाड़ी के जियोलॉजिकल सर्वे की मांग उठाई है। पूर्व में यहां हाईवे के सुधारीकरण का काम बीआरओ को सौंपा गया था। प्रदेश सरकार ने वर्ष 2017 में लामबगड़ का करीब 800 मीटर का हिस्सा लोनिवि के एनएच खंड को दे दिया। लामबगड़ में लगातार भूस्खलन हो रहा है।
जोशीमठ के उपजिलाधिकारी अनिल कुमार चन्याल ने बताया कि प्रशासन की ओर से लामबगड़ चट्टान के ऊपर दरार का स्थलीय निरीक्षण किया जा चुका है। इसकी रिपोर्ट भी उच्च अधिकारियों को सौंप दी गई है। प्रशासन ने उच्च अधिकारियों से शीघ्र लामबगड़ का जियोलॉजिकल सर्वे कर इसके ट्रीटमेंट की मांग की है।