किसान आंदोलन की चर्चा पूरे देश में है। जगह-जगह किसान आंदोलन कर रहे हैं। अपनी मांग न माने जाने पर किसानों ने 8 दिसंबर यानी दी आज भारत बंद का ऐलान किया जिसका मिला जुला असर देखने को मिला। वहीं अब इस आंदोलन से लोगों को कोरोना फैलने की चिंता सता रही है। लोगों का कहना है कि दिल्ली की सीमाओं पर चल रहा किसान आंदोलन कोरोनावायरस का अगला ‘सुपरस्प्रेडर’ हो सकता है. एक सर्वेक्षण में इस बात का खुलासा हुआ है।
रिपोर्ट में हुआ बड़ा खुलासा
बता दें कि दिल्ली की सीमाओं पर पहले से ही विरोध कर रहे 3 लाख से अधिक किसानों के साथ, भारत के अन्य शहरों में भी विरोध प्रदर्शन बढ़ रहे हैं. रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली में विरोध स्थल पर 40 से अधिक किसानों में कोविड के लक्षण दिख रहे हैं, जैसे कि तेज बुखार, खांसी और थकान. ये लोग कोविड का टेस्ट करवाने से भी मना कर रहे हैं.
211 जिलों में 17,000 से अधिक लोगों की पूछी गई राय
आपको बता दें कि दिल्ली सीमा पर लोगों से किसान आंदोलन और कोरोना को लेकर सवाल किया गया जिसमे लोगों ने चिंता जाहिर करते हुए कोरोना को लेकर बड़ी बात कही । रिपोर्ट के मुताबिक सर्वे में भारत के 211 जिलों में 17,000 से अधिक लोगों की राय पूछी गई. लोगों से जवाल किया गया कि क्या आप मानते हैं कि किसान 8 दिसंबर को दिल्ली को जोड़ने वाली सभी सड़कों और टोल प्लाजा को बंद कर और भारत बंद का आह्वान कर सही कर रहे हैं? जिस पर 77% नागरिकों ने कहा कि किसानों की आवाज सुनने के लिए बंद सही तरीका नहीं है. बंद से आम नागरिकों को परेशानी होती है। कहा कि इतिहास देखें तो इससे कुछ हासिल नहीं हुआ।
कुछ नागरिकों से पूछा गया कि क्या किसानों का विरोध प्रदर्शन कोविड-19 संक्रमण को और फैलाएगा? तो 85 प्रतिशत नागरिकों ने कहा कि विरोध प्रदर्शन से कोविड-19 और फैलेगा. 43 फीसदी ने कहा कि यह कोविड-19 के प्रसार को और ज्यादा बढ़ा देगा. यूपी समेत हरियाणा पंजाब में कोरोना फैलने के ज्यादा चांस हैं।