देहरादून : कोरोना के चलते पूरे देश को 17 मई तक के लिए लॉकडाउन कर दिया गया है। कोरोना महामारी के चलते शहरों में बसे उत्तराखंड प्रवासियों ने देवभूमि की ओर रुख किया है जिससे खाली हुए कई घर आबाद हो गए हैं। कोरोना के खतरे को देखते हुए शहरों में नौकरी के लिए गए कई प्रवासी उत्तराखंड लौटे हैं ।
ये था आखिरी रिकॉर्ड
वहीं अच्छी खबर इस बीच अल्मोड़ा के रानीखेत से है जहां रानीखेत निवासी गोपाल उप्रेती शहर को छोड़कर पहाड़ वापस लौटे और जैविक खेती को अपनाया। गोपाल उप्रेती ने सेब समेत आडू, खुमानी के बाग लगाए औऱ साथ ही ऑर्गेनिक तरीके से धनिया, लहसुन, मेथी, मटर, गोभी इत्यादि सब्जियों का भी उत्पादन कर रहे हैं। इसी कड़ी में जैविक धनिया का 7 फ़ीट ऊंचा पौधा उगाकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराया। गोपाल आसपास के युवाओं को भी बागवानी के लिए प्रेरित कर रहे हैं। बता दें कि गोपाल उप्रेती ने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के आखिरी रिकॉर्ड 5 फुट 11 इंच को पीछे छोड़ते हुए अपने खेत मेें लगभग 7 फुट ऊंचा धनिया का पौधा उगाते हुए गिनीज बुक में नाम दर्ज किया है।
औसतन धनिया के पौेधे की लंबाई 60 सेंटीमीटर होती है
बता दें कि औसतन धनिया के पौेधे की लंबाई 60 सेंटीमीटर होती है। हम भी जो धनिया खाने में प्रयोग करते हैं उसकी औसतन ऊंचाई 60 सेंटीमीटर तक ही होती या उससे थोड़ी बहुत बड़ी लेकिन पहाड़ लौटकर गोपाल उप्रेती ने वो कर दिखाया जिसकी उनको उम्मीद कभी नहीं थी।
सीएम ने दी बधाई
बता दें कि सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गोपाल उप्रेती को इसके लिए बधाई दी है। सीएम ने कहा कि उनकी इस उपलब्धि पर पूरे उत्तराखंड को गर्व है। मेरी ओर से उन्हें हार्दिक बधाई।।