ऋषिकेश: खनन विभाग के एक रिटायर्ड अधिकारी ने पत्नी के साथ चीला शक्ति नहर में छलांग लगा दी। उनका शव घटनास्थल से 13 किलोमीटर दूर जलाशय से बरामद कर लिया, जबकि पत्नी अभी लापता है। उनकी खोजबीन के लिये एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया है। रविवार दोपहर करीब 12 बजे दिल्ली के एक पर्यटक ने पुलिस कंट्रोल रूम को बुजुर्ग दंपती के ऋषिकेश-बैराज चीला मार्ग पर कुनाऊ पुलिया के समीप नहर में छलांग लगाने की सूचना दी।
चीला जलाशय में रिटायर्ड अधिकारी का शव मिला
चीला चौकी प्रभारी विनय मित्तल ने बताया कि वहां से गुजर रहे लोगों ने कुछ देर पहले तक नहर के बहाव में एक महिला और पुरुष के दिखाई देने जानकारी दी। पुलिस ने खोजबीन शुरू की तो घटनास्थल से करीब 13 किलोमीटर आगे चीला जलाशय में रिटायर्ड अधिकारी का शव मिल गया। उनकी पत्नी का रात तक कुछ पता नहीं चला था।
खनिज विभाग से सेवानिवृत्त अधिकारी थे
मृतक की जेब से पुलिस को एक परिचय पत्र मिला। जिसमें उनका नाम मोहनलाल बिजल्वाण, क्षेत्रीय खनिज प्रभारी खनिज कार्यालय देहरादून लिखा था। परिचय पत्र के आधार पर जब जांच की गयी तो पता चला वह खनिज विभाग से सेवानिवृत्त अधिकारी थे। उनकी उम्र करीब 64 वर्ष साल थी। चौदह बीघा, मुनिकीरेती में वह परिवार के साथ रहते थे। उनके पुत्र दीपक बिजल्वाण ने शव की शिनाख्त की। पुलिस ने घटनास्थल के समीप से उनका स्कूटर भी बरामद किया है।
पुलिस के मुताबिक छानबीन में पता चला कि रविवार सुबह वह और उनकी पत्नी उषा बिजल्वाण परिवारीजनों से दवाई लेने के लिए जाना कहकर घर से निकले थे।
पोते से कभी न लौटने की बात कही थी
दंपती ने नहर में छलांग क्यों लगाई, इसकी वजह अभी सामने नहीं आई। मृतक रिटायर्ड अधिकारी के बेटे दीपक से भी कोई खास जानकारी पुलिस को नहीं मिली। चीला चौकी प्रभारी के अनुसार दीपक के साथ उसका चार साल का बेटा भी घटनास्थल आया था। वो दादा-दादी को याद करन रो रहा था। पुलिस से बातचीत में उसने मासूम ने बताया कि दादा-दादी उसे यह कहकर गये थे कि अब वह नहीं लौटेंगे।