देहरादून: उत्तराखंड में मौसम का मिजाज बिगड़ रहा है। चारधाम समेत उच्च हिमालयी क्षेत्र में जोरदार बर्फबारी और निचले स्थानों पर रुक-रुककर बारिश होती रही। उत्तरकाशी जिले में मौसम विभाग के अलर्ट को देखते हुए जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने एहतियात के तहत गोमुख व तपोवन के लिए पर्यटकों की आवाजाही पर रोक लगा दी।
हालांकि गंगोत्री हिमालय में केदारताल की ट्रैकिंग पर गया जापान, गुजरात, दिल्ली व गुरुग्राम के 25 पर्यटकों का दल भी पोर्टर व गाइड सहित मंगलवार देर रात गंगोत्री लौट आया। यात्रा मजिस्ट्रेट चक्रधर सेमवाल ने बताया कि जबर्दस्त बर्फबारी के कारण केदारताल क्षेत्र में फिलहाल रेस्क्यू टीम भेजना संभव नहीं है।
दूसरी ओर, यमुनोत्री हाईवे 12 घंटे बाद सुबह साढ़े नौ बजे खुल पाया। हालांकि, दोपहर में डाबरकोट की पहाड़ी पर दोबारा भूस्खलन होने से करीब आधे घंटे हाईवे फिर बंद रहा।
गौरीकुंड व सोनप्रयाग में रोके गए यात्रियों को जाने की अनुमति
केदारनाथ में भी दोपहर बाद बर्फबारी का सिलसिला फिर शुरू हो गया। इसके चलते हेली कंपनियों को भी अपनी उड़ान स्थगित करनी पड़ी। इसे देखते हुए प्रशासन को यात्रियों को केदारनाथ में रोकने के बजाय लिंचौली समेत अन्य सुरक्षित पड़ावों पर भेजना पड़ा। सुबह केदारनाथ समेत पूरे रुद्रप्रयाग जिले में खिली होने के कारण मंगलवार को गौरीकुंड व सोनप्रयाग में रोके गए यात्रियों को केदारनाथ जाने की अनुमति दी गई थी।
बदरीनाथ हाईवे पर हालात काफी हद तक सामान्य रहे और लामबगड़ में पुलिस की देखरेख में यात्री वाहनों की आवाजाही होती रही। कुमाऊं मंडल के अंतर्गत चंपावत में ओलावृष्टि और ऊंची पहाडिय़ों पर बर्फबारी हुई।
राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार अगले 24 घंटों में उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग व पिथौरागढ़ जिलों में कहीं-कहीं बहुत हल्की से हल्की अथवा गर्ज के साथ वर्षा हो सकती है।